
गुरुग्राम, 12 जून। गुरुग्राम पुलिस ने फर्जी कस्टम अधिकारी बनकर डिजिटली अरेस्ट करके साइबर ठगी करने के मामले में साइबर ठगों को बैंक खाता बेचने वाले 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
साइबर ठगी के शिकार ने 27 मई को पुलिस थाना साइबर अपराध मानेसर को एक लिखित शिकायत दी थी। जिसमें बताया गया था कि उसके पास एक फोन कॉल आया कि आपका सामान कस्टम में अटक गया है, जिसमें पासपोर्ट और कुछ ड्रग हैं, तो इसने मना कर दिया कि इसका कोई सामान शिपमेंट में नहीं है, तो उन्होंने (फर्जी कस्टम अधिकारी) एफआईआर दर्ज कराने का डर दिखाया। फिर उन्होंने एक पुलिस अफसर से वीडियो कॉल करके डिजिटल अरेस्ट करने की बात कहकर बैंक खाते सीज करने का डर दिखाते हुए उससे रुपये ट्रांसफर करवा लिए।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। पुलिस ने इस मामले में 2 आरोपियों को 11 व 12 जून को राजस्थान के जयपुर से गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान महेश यादव (उम्र-23, शिक्षा बीएससी नर्सिंग) निवासी ढाणी गुल्ली वाली बैसलाना कोटपुतली (राजस्थान) और अनुज (उम्र 28 साल, शिक्षा बीएससी नर्सिंग) निवासी गांव भाखरी जिला महेंद्रगढ़ (हरियाणा) के रूप में हुई।
पुलिस पूछताछ में पता चला कि इस मामले में ठगी गई राशि में से लगभग 59 हजार रुपये अनुज के खाते में ट्रांसफर हुए थे। अनुज ने यह बैंक खाता 5 हजार रुपये में महेश को बेचा था। महेश ने यह बैंक खाता किसी अन्य व्यक्ति को 30 हजार रुपये में बेचा था। पुलिस ने महेश के पास से 2 हजार रुपये भी बरामद किए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।