
ड्रग जागरूकता एवं स्वास्थ्य मार्गदर्शन योजना 2025ः गुरुग्राम में केमिस्टों की बैठक, नशा मुक्ति हेतु लिया गया साझा संकल्प
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 13 जून। ड्रग जागरूकता एवं स्वास्थ्य मार्गदर्शन योजना 2025 के अंतर्गत् आज गुरुग्राम में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसका उद्देश्य नशीले पदार्थों के दुरुपयोग के विरुद्ध सामूहिक प्रयासों को सशक्त करना था।
मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी रजत वर्मा ने युवाओं एवं किशोरों में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति पर गहरी चिंता व्यक्त की और उपस्थित विक्रेताओं को आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना जाएगा और आवश्यक समाधान किए जाएंगे।
औषधि नियंत्रण अधिकारी सुरेश कुमार ने अवैध दवा विक्रय पर नियंत्रण हेतु चलाए जा रहे डिकॉय कार्यवाहियों की जानकारी दी और बताया कि किस प्रकार ऑनलाइन माध्यमों से प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री हो रही है, जिस पर रोक लगाने के लिए सतर्कता आवश्यक है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से दीपक कुमार ने नशा पीड़ितों के उपचार, परामर्श तथा उनके पुनर्वास की प्रक्रिया की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस प्रकार पीड़ितों और उनके परिवारों को सहायता दी जाती है।
बैठक के दौरान उपस्थित केमिस्टों ने नकली ऑनलाइन नुस्खों के माध्यम से दवाओं की अवैध बिक्री और प्रभावशाली लोगों के दबाव की समस्याओं को प्रमुखता से उठाया। उन्होंने प्रशासन से यह मांग की कि उन्हें सुरक्षित वातावरण दिया जाए ताकि वे निष्पक्ष और ईमानदारी से अपना कार्य कर सकें।
बैठक का समापन करते हुए सहायक पुलिस अधीक्षक सुशीला ने कहा कि नशे के विरुद्ध लड़ाई केवल विधिक नहीं, बल्कि सामाजिक और नैतिक दायित्व भी है। उन्होंने सभी से इस अभियान में सक्रिय भागीदारी की अपील की।
वहीं पैनल अधिवक्ता नेहा चौधरी ने ड्रग जागरूकता एवं स्वास्थ्य मार्गदर्शन योजना के उद्देश्यों तथा इसमें भागीदार सभी संस्थाओं की भूमिकाओं को स्पष्ट किया। उन्होंने विशेष रूप से औषधि विक्रेताओं की जिम्मेदारी को रेखांकित करते हुए कहा कि वे चिकित्सकीय दवाओं के दुरुपयोग को रोकने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि जागरूकता और सतर्कता ही नशे के विरुद्ध सबसे सशक्त हथियार हैं।
बैठक के अंत में सभी प्रतिभागियों ने ड्रग जागरूकता एवं स्वास्थ्य मार्गदर्शन योजना 2025 के अंतर्गत् सामूहिक सहयोग और जन-जागरूकता के माध्यम से नशे के विरुद्ध एक प्रभावी अभियान चलाने का संकल्प लिया।
बैठक में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी रजत वर्मा, जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण, गुरुग्राम की पैनल अधिवक्ता नेहा चौधरी एवं हेमंत गुप्ता, औषधि नियंत्रण अधिकारी सुरेश कुमार, मुख्यालय से सहायक पुलिस अधीक्षक सुशीला, मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से सामाजिक कार्यकर्ता दीपक कुमार और निगरानी अधिकारी डॉ. हरिराज और गुरुग्राम के औषधि विक्रेता संघ के सदस्य उपस्थित रहे।