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गुरुग्राम, 28 जून। प्रवर्तन निदेशालय ने हरियाणा के समालखा से कांग्रेस के पूर्व विधायक धर्म सिंह छोक्कर की रियल एस्टेट कंपनियों पर बड़ी कार्रवाई की है। ईडी की गुरुग्राम ब्रांच ने रियल एस्टेट क्षेत्र में धोखाधड़ी और जालसाजी के मामले में माहिरा बिल्डटेक और जार बिल्डवेल कंपनियों की करीब ₹557.43 करोड़ की संपत्ति अस्थाई रूप से कुर्क की है। माहिरा बिल्डटेक कंपनी समालखा के पूर्व कांग्रेस विधायक धर्म सिंह छोक्कर और उनके परिवार से जुड़ी है। इससे पहले ईडी ने मार्च में पूर्व विधायक छोक्कर और उसके दोनों बेटे सिकंदर छोक्कर व विकास छोक्कर की कंपनियों मेसर्स साईं आइना फार्म्स प्राइवेट लिमिटेड से संबंधित 44.55 करोड़ रुपये की संपत्ति को कुर्क की थी। ईडी ने कहा है कि जांच जारी है और जल्द ही अन्य खुलासे भी हो सकते हैं।
यह कुर्की प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) 2002 के तहत माहिरा इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड (पूर्व में मेसर्स साईं आइना फार्म्स प्राइवेट लिमिटेड), मेसर्स माहिरा बिल्डटेक प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स जार बिल्डवेल प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ की गई है।
अटैच की गई संपत्तियों में गुरुग्राम के सेक्टर 68, 63ए, 103, 104, 92, 88बी और 95 में स्थित करीब 35 एकड़ की सात अचल संपत्तियां (आवासीय और व्यवसायिक भूमि) शामिल हैं। इसके अलावा इन कंपनियों से जुड़ी करीब 97 लाख रुपये की सावधि जमा रसीदें (एफडीआर) भी कुर्क की गई हैं।
मालूम हो कि ईडी ने मई में फिल्मी अंदाज में धर्म सिंह छोक्कर को दिल्ली से गिरफ्तार भी किया था। इस मामले में मुख्य आरोपियों में माहिरा ग्रुप के प्रमोटर सिकंदर सिंह, पूर्व विधायक धर्म सिंह छोक्कर और विकास छोक्कर शामिल हैं। सिकंदर सिंह को पिछले साल अप्रैल में गिरफ्तार किया गया था, जबकि छह गैर-जमानती वारंट से बचने वाले धर्म सिंह छोक्कर को इस साल मई में पकड़ा गया। विकास छोक्कर अभी भी फरार है और उसके खिलाफ गुरुग्राम की विशेष अदालत द्वारा उद्घोषणा जारी की गई है, जहां मामला विचाराधीन है।
यह कार्रवाई ईडी की टीम ने पीएमएलए 2002 के प्रावधानों के तहत 3700 से अधिक घर खरीददारों को धोखा देने और 500 करोड़ रुपये से अधिक की हेराफेरी के मामले में अस्थाई रूप से की है।