
20 राज्यों के 170 से अधिक जिमनास्ट कर रहे दमखम का प्रदर्शन
बिहार के 9 खिलाड़ी उतरे मैदान में
14 मई तक चलेगी प्रतियोगिता
Bilkul Sateek News
नई दिल्ली, 10 मई। खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 के अंतर्गत् दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में जिमनास्टिक स्पर्धाओं का भव्य शुभारंभ हुआ। इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में देशभर के 20 से अधिक राज्यों से आए 170 से अधिक युवा जिमनास्ट अपने हुनर और संतुलन का प्रदर्शन कर रहे हैं।
10 से 14 मई तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में लड़कों के 6 और लड़कियों के 4 इवेंट आयोजित किए जा रहे हैं। इन इवेंट्स में खिलाड़ियों की फुर्ती, फ्लेक्सिबिलिटी और मानसिक एकाग्रता की असली परीक्षा देखने को मिलेगी।
जिमनास्टिक इवेंट की ओपनिंग सेरेमनी गरिमामय माहौल में आयोजित की गई। समारोह में बिहार सरकार के श्रम आयुक्त एवं बिहार भवन के मुख्य प्रशासकीय अधिकारी (सीएओ) कुमार दिग्विजय बतौर मुख्यातिथि उपस्थित रहे। उनके साथ जिमनास्टिक फेडरेशन ऑफ इंडिया के कोषाध्यक्ष कौशिक बीड़ीवाला और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग बिहार सरकार के उपनिदेशक दिनेश कुमार भी मंच पर मौजूद रहे। तीनों अतिथियों ने संयुक्त रूप से खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया और खेलों को राष्ट्रीय विकास का आधार बताया।
बिहार के 9 युवा खिलाड़ी जिमनास्टिक में उतरे मैदान में
खास बात यह रही कि इस वर्ष बिहार की ओर से 9 प्रतिभाशाली जिमनास्ट खेलो इंडिया में हिस्सा ले रहे हैं। ये सभी खिलाड़ी अपने-अपने वर्गों में मेडल जीतने के लिए प्रतिबद्ध हैं और बीते कुछ महीनों से कठिन अभ्यास कर रहे हैं। बिहार राज्य की स्पोर्ट्स अथॉरिटी ने इन खिलाड़ियों को पूरी तकनीकी और मानसिक तैयारी के साथ इस प्रतियोगिता के लिए भेजा है।
प्रतियोगिता में रोमांच, कौशल और समर्पण की झलक
पहले दिन के क्वालीफाई मुकाबलों में ही दर्शकों को रोमांचक पल देखने को मिले। जिमनास्टिक के फ्लोर, वॉल्ट, बार, रिंग और पॉमल हॉर्स इवेंट्स में युवा खिलाड़ियों ने अपनी जबरदस्त ऊर्जा और लचीलापन दिखाया। जिमनास्टों के हर मूव पर तालियों की गूंज और टीमों का जोश स्टेडियम में एक नई ऊर्जा भर रहा है।
मुख्यातिथि कुमार दिग्विजय ने कहा, “खेल सिर्फ पदक तक सीमित नहीं, यह एक संस्कार है। जो युवा आज मैट पर पसीना बहा रहे हैं, वही कल देश के गौरव बनेंगे। बिहार सरकार हमेशा ऐसे खिलाड़ियों के साथ है।”
कौशिक बीड़ीवाला ने कहा कि भारत में जिमनास्टिक को नई ऊंचाई तक ले जाने के लिए ऐसे आयोजन मील का पत्थर साबित हो रहे हैं।