- सास और साला उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से गिरफ्तार
- दोनों को अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेजा
- आत्महत्या से पहले बनाया था डेढ़ घंटे का वीडियो व लिखी थी 24 पन्नों की चिट्ठी
- आत्महत्या के लिए पत्नी, ससुराल वालों और न्यायिक व्यवस्था को ठहराया था जिम्मेदार
- जौनपुर फैमिली कोर्ट की जज पर भी लगाए थे गंभीर आरोप
गुरुग्राम, 15 दिसंबर। बहुचर्चित एआई इंजीनियर अतुल सुभाष आत्महत्या मामले में कर्नाटक की बेंगलूरु पुलिस ने उसकी पत्नी निकिता सिंघानिया को हरियाणा के गुरुग्राम से गिरफ्तार किया है। वहीं, अतुल सुभाष की सास और साले को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से गिरफ्तार किया है। आरोपियों को अदालत में पेश किया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। तीनों को अतुल को आत्महत्या करने के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। अतुल ने आत्महत्या से पहले बनाए अपने एक लंबे वीडियो में पत्नी समेत पांच लोगों पर अपनी प्रताड़ना को लेकर गंभीर आरोप लगाए थे। जिसमें जौनपुर की फैमिली जज भी शामिल हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई ने बेंगलूरु के उप पुलिस आयुक्त व्हाइटफील्ड विभाग शिवकुमार के हवाले से गिरफ्तारी की खबर दी है। शिवकुमार ने बताया कि अतुल सुभाष मामले में आरोपी पत्नी निकिता को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया है। इसी मामले में अन्य आरोपियों सास निशा सिंघानिया और साले अनुराग सिंघानिया को प्रयागराज से गिरफ्तार करके बेंगलूरु लाया गया है। कोर्ट के आदेश पर आरोपियों को न्यायिक हिरासत मंे भेज दिया गया है।
https://x.com/ANI/status/1868134919664447817
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बेंगलूरु पुलिस ने आरोपी निकिता को शनिवार को गुरुग्राम के सेक्टर 57 स्थित ब्लॉसम स्टेज पीजी
से गिरफ्तार किया था। बेंगलूरु पुलिस ने आज गुरुग्राम पुलिस से इसकी जानकारी साझा की। निकिता सिंघानिया एक्सेंचर इंडिया कंपनी में बतौर सीनियर एआई इंजीनियरिंग कंसल्टेंट के पद पर तैनात। आईटी कंसल्टिंग, टेक्नोलॉजी सर्विसेज और बिजनेस ऑपरेशंस में विशेषज्ञता रखने वाली एक्सेंचर का भारत में मुख्यालय बेंगलूरु में स्थित है। इसका गुरुग्राम के डीएलएफ साइबर सिटी में भी कार्यालय है। यहां पर निकिता कई सालों से काम कर रही थी।
इस बीच, आरोपी सास निशा सिंघानिया और साले अनुराग सिंघानिया को प्रयागराज से गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। इससे पहले, निकिता और ससुराल के अन्य सदस्यों ने खुद को निर्दाेष बताते हुए पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए प्रयागराज हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत अर्जी दाखिल की थी। मराठाहल्ली पुलिस स्टेशन में पत्नी निकिता, सास निशा सिंघानिया, साले अनुराग सिंघानिया और चाचा ससुर सुशील सिंघानिया के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया था।
अतुल ने 9 दिसंबर को बेंगलूरु में अपने घर में पंखे से लटककर जान दे दी थी। अतुल की टीशर्ट पर जस्टिस इस ड्यू लिखा था। इससे पहले डेढ घंटे के वीडियो और 24 पन्नों की चिट्ठी में अतुल ने आत्महत्या के लिए पत्नी, ससुराल वालों और न्यायिक व्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया था। उसने वीडियो में कहा था कि वह आत्महत्या करने को मजबूर है। उसे इस स्थिति पर लाकर छोड़ा गया है कि उसके पास इसके अलावा कोई रास्ता नहीं है। उसने अपने उत्पीड़न और जबरन वसूली का आरोप लगाया था।
अतुल ने अपनी आत्महत्या के लिए जौनपुर फैमिली कोर्ट की प्रिंसिपल जज रीता कौशिक, एक नामी कंपनी में कार्यरत अपनी पत्नी निकिता, जौनपुर निवासी सास निशा, साला अनुराग उर्फ पीयूष सिंघानिया और चाचा ससुर सुशील सिंघानिया पर आरोप लगाए थे।
अतुल ने वीडियो में पैसों के एक बड़े अमाउंट के लेन-देन का भी जिक्र किया था। अतुल ने आरोप लगाया था कि अपने ऊपर चल रहे मामलों को सेटल करने के लिए उनसे तीन करोड़ रुपये की मांग की गई थी। अतुल ने आरोप लगाया था कि निकिता सिंघानिया उससे कहती थी कि अतुल तूने अभी तक सुसाइड नहीं किया? तेरे मारने के बाद तेरा बाप भी पैसे देगा। अतुल ने उत्तरप्रदेश की जौनपुर फैमिली कोर्ट की जज पर भी 5 लाख रुपये की मांग करने का आरोप लगाया था।
इस बीच, पुलिस जांच में सामने आया है कि अतुल तलाक और बच्चे की कस्टडी को लेकर कानूनी लड़ाई लड़ रहा था। वहीं, निकिता ने 2022 में अतुल के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में अतुल पर दहेज के लिए उत्पीड़न और मारपीट का आरोप लगाया गया था। शिकायत में कहा गया था कि अतुल ने पति-पत्नी के रिश्ते को ‘जानवर की तरह‘ माना और उनके परिवार से दहेज की मांग की, जिससे उनके पिता को स्ट्रोक आया और उनकी मौत हो गई।
अतुल और निकिता की शादी 2019 में हुई थी। शादी के दो साल बाद निकिता ने दहेज उत्पीड़न और अप्राकृतिक यौन शोषण समेत नौ मामले अतुल के खिलाफ दर्ज कराए थे। इस वजह से अतुल को बेंगलूरु से साल में कई-कई बार पेशी पर आना पड़ता था।
#Atul_Subhash_Suicide_Case #Nikita_Singhania