
Bilkul Sateek News
फरीदाबाद (अजय वर्मा), 29 जून। मांगों की अनदेखी से नाराज पालिकाओं, परिषदों, नगर निगमों व अग्निशमन विभाग के हजारों कर्मचारियों ने आज शहरी स्थानीय निकाय विभाग के मंत्री विपुल गोयल के कार्यालय का घेराव किया। वहीं, शहरी निकाय विभाग के 30 हजार कर्मचारी 9 जुलाई को हड़ताल करेंगे।
पुलिस ने कर्मचारियों को सेक्टर 16 सागर सिनेमा स्थित कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल के कार्यालय पर जाने से बैरिकेट लगाए थे। वहां पहुंचने पर कर्मचारियों और पुलिस के बीच तीखी नोंकझोंक भी हुई। आक्रोशित कर्मचारियों ने खुद ही बैरिंकेट हटा और कार्यालय का घेराव किया। विपुल गोयल के कार्यालय के आगे हजारों निकाय कर्मचारियों ने काले झंडों के साथ प्रदर्शन किया। इस बीच, मंत्री विपुल गोयल ने कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि वे सीएम से बातचीत करके शीघ्र नगर पालिका कर्मचारी संघ के साथ चंडीगढ़ में बैठक करेंगे, जिसमें मांगों का निवारण किया जाएगा।
उधर, नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष नरेश शास्त्री ने कहा कि पूर्व में किए गए समझौतों में मानी गई मांगों को भी लागू नहीं किया जा रहा है। सफाई कर्मचारी सीवर मेन के रिक्त पदों पर भर्ती करने के लिए बनाई गई कमेटी को स्वीकृति देने व फायर कर्मियों की फाइल शहरी स्थानीय निकाय विभाग व आबकारी एवं कराधान तथा डिजास्टर मैनेजमेंट मंत्रालय में लंबित हैं, मंत्री ने कहा कि जल्द सभी फाइलों पर फैसला करेंगे।
प्रदर्शन के मंच से संघ ने ऐलान किया कि 9 जुलाई की राष्ट्रव्यापी हड़ताल में 60 नगर पालिकाओं, 21 नगर परिषदों 11 नगर निगमों व 89 फायर दमकल केंद्रों के 50 हजार से ज्यादा कर्मचारी हड़ताल कर कामकाज ठप्प करेंगे।
गौरतलब है कि प्रदेश की पालिकाओं, परिषदों, नगर निगमों व फायर के हजारों कर्मचारी सेक्टर 16 अनाज मंडी में एकत्रित हुए और एक विशाल सभा का आयोजन किया। सभा की अध्यक्षता नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री कर रहे थे। जबकि मंच का संचालन संघ के महासचिव मांगेराम तिगरा व उप महासचिव सुनील चंडालिया ने संयुक्त रूप से किया।
शास्त्री ने हरियाणा सरकार को सफाई कर्मचारी विरोधी करार देते हुए कहा कि एनपीएस या यूपीएस नहीं पुरानी पेंशन कर्मचारियों का मौलिक अधिकार है। केंद्र के नक्शे कदम पर चलते हुए हरियाणा सरकार ने यूपीएस पेंशन स्कीम कर्मचारियों को यूनिफाइड पेंशन या नेशनल पेंशन स्कीम में से एक चुनने का अवसर दिया है, ये न्याय उचित नहीं। सरकार को पुरानी पेंशन को चुनने का अधिकार भी कर्मचारियों को देना चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि अगर नई पेंशन स्कीम बेहतर है तो संसद से विधानसभा तक सभी सदस्यों को पुरानी पेंशन क्यों दी जा रही है?
नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री व वरिष्ठ उपाध्यक्ष रमेश तुषामड़ कोषाध्यक्ष महेंद्र संगेलियां, संघ के उपप्रधान व अग्निशमन विभाग के राज्य प्रधान राजेंद्र सिन्द ने कहा कि सफाई व सीवर कर्मियों की नियमित भर्ती नहीं करना सामाजिक भेदभाव है। उन्होंने सरकार पर 11 वर्षों में सीवर व सफाई कर्मचारियों की पक्की भर्ती न करने व ₹26 व 27 हजार के स्थान पर 2100 रुपये की वृद्धि करने की घोषणा को सफाई कर्मचारियों का आर्थिक शोषण का प्रतीक बताया। संघ नेताओं ने सफाई का कार्य आवश्यक सेवाओं का हिस्सा है, लेकिन सफाई कर्मी को मनुष्य न मानना सामाजिक भेदभाव है। उन्होंने कहा कि सरकार सफाई कर्मचारियों को तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों के समान वेतनमान देकर आर्थिक भेदभाव दूर करे। सरकार जीवन रक्षक यंत्र देकर सीवर, सेफ्टी टैंकों में हो रही मौतों पर विराम लगाए। पालिका, परिषदों व निगमों के सफाई कर्मचारियों की हाजिरी जबरन डंडे के जोर पर तानाशाहीपूर्वक ऑनलाइन लगाने के लिए मजबूर करना न्याय नहीं है।
शास्त्री ने कहा कि सफाई अभियान के नाम पर सरकार नागरिकों के साथ धोखा और सफाई व सीवर कर्मचारियों का शोषण कर रही है, जनसंख्या के आधार पर कर्मचारियों की संख्या कम है और सफाई के उपकरण व संसाधन नहीं है। सुरक्षा उपकरणों के अभाव में सीवर व सफाई कर्मचारियों की मौतों का क्रम लगातर जारी है। उन्होंने मंत्री को कहा कि सरकार ने 29 अक्टूबर 2022, 5 अप्रैल 2023 और 7 अगस्त 2024 को संघ व सरकार के बीच हुए समझौतों में सफाई कर्मचारियों व सीवर मेनों के रिक्त पदों पर नियमित भर्ती करने, समान काम समान वेतन एरियर सहित देने, फायर के कर्मचारियों को सृजित पदों पर समायोजित करने, वेतन वृद्धि करने, ठेका प्रथा समाप्त करने, क्षेत्रफल आबादी के तहत नए पद सृर्जित कर पक्की भर्ती करने, गुरुग्राम के 946 कर्मचारियों को पालिका रोल पर करने व 2534 सफाई कर्मचारियों को हरियाणा कौशल रोजगार निगम पर करने, हड़ताल अवधि का वेतन देने सहित दर्जनों मांगों पर सहमति बनी थी। लेकिन सरकार ने मानी गई मांगों को लागू ना कर प्रदेश के पालिका, परिषद, निगम व फायर के कर्मचारियों को आंदोलन करने के लिए मजबूर किया है। प्रदर्शन को अन्य के अलावा सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के पूर्व मुख्य संगठनकर्ता व सीआईटीयू के नेता वीरेंद्र सिंह डंगवाल, नगर पालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के पूर्व वरिष्ठ उप प्रधान अशोक बोहत, सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा जिला फरीदाबाद के प्रधान करतार सिंह जागलान, सचिव युद्धवीर सिंह खत्री, नगर पालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के राज्य के नेता सुखदेव सिंह, राजपाल सिंह, राजेश बागड़ी, पुरुषोत्तम दानव व महिला सब कमेटी की नेता सुरेश देवी, ललिता देवी वीरमति, नगर पालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के जिला प्रधान दलित बोहत व जिला सचिव अनिल चंडालिया, नगर निगम फरीदाबाद सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान बलबीर सिंह बालगुहेर सहित अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया।