
किसी भी शिकायत को 4 महीने से ऊपर पेंडिंग ना रखे संबंधित अधिकारी, निवारण के उपरांत फॉलो अप का भी रखे ध्यान
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 28 अप्रैल। हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने आज सिविल लाइंस स्थित प्रताड़ित महिलाओं को तुरंत आश्रय देने के लिए स्थापित वन स्टॉप सेंटर में दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया। रेनू भाटिया ने वहां ऑनलाइन शिकायत प्रणाली, शिकायत रजिस्टर को चेक कर स्वयं कई शिकायतकर्ताओं से फोन पर बात कर उनसे सेंटर से मिले सहयोग व फॉलोअप का फीडबैक लिया। इस दौरान वन स्टॉप सेंटर की प्रशासक पिंकी मलिक व महिला एवं बाल विकास विभाग से जिला परियोजना अधिकारी मुकेश भी मौजूद रही।
रेनू भाटिया ने वन स्टॉप सेंटर में महिलाओं को उपलब्ध करवाई जा रही सभी सुविधाओं का जायजा लेने के बाद मीडिया कर्मियों से बातचीत में बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि पूरे देश में जितने भी वन स्टॉप सेंटर है, वहां बेटियों का पूरा ध्यान रखा जाए तथा उन्हें पूर्णत सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराया जाए। प्रधानमंत्री की सोच को फलीभूत करने के लिए वे निरंतर हरियाणा के सभी वन स्टॉप सेंटर का दौरा कर वहां दी जा रही सेवाओं व सुविधाओं का जायजा ले रही हैं। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि वन स्टॉप सेंटर में जो भी केस आ रहे हैं उन्हें अधिकतम 4 महीने से ऊपर पेंडिंग ना रखा जाए। रेनू भाटिया ने बताया कि इस संदर्भ में सभी जिलों के डीसी व पुलिस विभाग के आला अधिकारियों के साथ बैठक की जा रही हैं, ताकि शिकायतों को निवारण की दिशा में गति दी जा सके।
रेनू भाटिया ने कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग की ओर से कुछ नए फॉर्म व एडिशन किए गए हैं। जिन्हें हरियाणा के सभी 22 जिलों में लागू करवाने के लिए सभी वन स्टॉप्स सेंटर्स की विजिट की जा रही है। चेयरपर्सन ने बताया कि इस संदर्भ में 9 मई को फरीदाबाद में सभी 22 वन स्टॉप सेंटर्स के इंचार्ज, प्रोटेक्शन ऑफिसर्स व महिला एवं बाल विकास विभागके वे अधिकारी जिन्हें वन स्टॉप सेंटर के साथ अटैच किया गया है, उनकी बैठक बुलाई गई है। बैठक में वन स्टॉप सेंटर पर आयोग द्वारा बताए गए सभी नए सुझावों व सुविधाओं को लागू करने की दिशा में विचार-विमर्श किया जाएगा। उन्होंने सेंटर इंचार्च से कहा कि वे वन स्टॉप सेंटर में उपलब्ध करवाई जा रही सुविधाओं का नियमित रूप से निरीक्षण करते रहें। यहां आने वाले महिलाओं को अगर कोई समस्या आती है तो वे उसका तुरंत समाधान करवाएं। किसी भी तरह से प्रताड़ित महिलाओं को तुरंत आश्रय देने के लिए जिले में वन स्टॉप सेंटर स्थापित किया गया है। ऐसे में यहां पर दी जा रही किसी भी प्रकार की सेवाओं में लापरवाही की गुंजाइश नहीं होनी चाहिए।