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सुंदरनगर, 18 दिसंबर। कृषक प्रशिक्षण केंद्र सुंदरनगर में कृषि उप निदेशक मंडी के सौजन्य से प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण के लिए समर्थन योजना के अंतर्गत् प्राकृतिक खेती, मोटे अनाज, मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विकास खंड सुंदरनगर की विभिन्न पंचायतों के 160 किसानों ने भाग लिया।
प्रशिक्षण के दौरान कृषक प्रशिक्षण केंद्र सुंदरनगर प्रधानाचार्य डॉ. प्राची ने प्राकृतिक खेती, मोटे अनाज और उनके महत्व बारे, डॉ सुधीर ने सामान्य और विदेशी सब्जियों को किस तरह और किस मौसम में उगाया जा सकता है और खरीफ व रबी में बोई जाने वाली किस्मों के बारे में, उप प्रधानाचार्य हितेंदर सिंह ने प्राकृतिक खेती का महत्व और प्राकृतिक विधि द्वारा फसलों को तैयार करना और प्राकृतिक खेती द्वारा किस तरह मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन होगा और प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को विभाग द्वारा मुहैया किया जाने वाला अनुदान के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
प्रशिक्षण में डॉ. नरेश द्वारा मोटे अनाज का महत्व और उनकी आवश्यकता, मोटे अनाज की खेती करने के लिए किस तरह के अनुकूल जलवायु की आवशयकता होती है और कौन-सा मोटा अनाज इस क्षेत्र के लिए उपयुक्त है, उसकी कैसे बिजाई करनी है, डॉ मीना द्वारा किसानों को वर्मी कम्पोस्टिंग बनाना, उसके प्रयोग करने की विधि के बारे में, डॉ. भारत भूषण द्वारा मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन तथा मृदा नमूना लेना और एकीकृत पोषक तत्व प्रबंधन के बारे में विस्तृत जानकारी दी। प्रशिक्षण के दौरान विदेशी सब्जियों की पहचान भी करवाई गई।