
कोविड प्रबंधन को लेकर डॉ. अलका सिंह की निजी अस्पतालों, लैब व आईएमए प्रतिनिधियों के साथ बैठक
फ्लू कॉर्नर या फ्लू ओपीडी स्थापित करने के निर्देश
फ्लू जैसे लक्षणों को ना करें नजरअंदाज, शीघ्र नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करने की अपील
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 27 मई। गुरुग्राम जिले में कोविड संक्रमण की रोकथाम एवं समुचित प्रबंधन के उद्देश्य से सिविल सर्जन डॉ. अलका सिंह की अध्यक्षता में आज एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में निजी अस्पतालों, डायग्नोस्टिक लैब तथा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोविड संक्रमण को लेकर सावधानी, सतर्कता एवं आवश्यक तैयारी संबंधी दिशानिर्देश जारी किए गए।
डॉ. अलका सिंह ने सभी निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों को निर्देश दिए कि वे अपने संस्थानों में अनिवार्य रूप से फ्लू कॉर्नर या फ्लू ओपीडी स्थापित करें। ताकि फ्लू जैसे लक्षणों वाले मरीजों की शीघ्र पहचान कर उन्हें सामान्य मरीजों से अलग रख कर संभावित संक्रमण के प्रसार को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि आईएलआई और एसएआरआई मामलों की स्क्रीनिंग और रिपोर्टिंग को प्राथमिकता दी जाए। इसके लिए अस्पतालों के मेडिकल एवं पैरामेडिकल स्टाफ को नियमित प्रशिक्षण प्रदान किया जाए, ताकि वे कोविड जैसे लक्षणों की पहचान, संक्रमण नियंत्रण उपायों तथा तत्काल उपचार प्रक्रिया से भली-भांति अवगत हो सकें।
बैठक के दौरान सिविल सर्जन ने यह भी कहा कि सभी अस्पताल यह सुनिश्चित करें कि कोविड जांच एवं उपचार संबंधी प्रक्रिया निर्धारित सरकारी दिशानिर्देशों के अनुरूप हो। उन्होंने कहा कि जिले में कोविड की वर्तमान स्थिति पर स्वास्थ्य विभाग की सतर्क निगरानी बनी हुई है और सभी संस्थानों को एक्टिव सर्विलांस बनाए रखने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों तथा लैब की किसी भी प्रकार की लापरवाही को गंभीरता से लिया जाएगा।
सिविल सर्जन ने आमजन से भी अपील की कि वे फ्लू जैसे लक्षणों को नजरअंदाज न करें। किसी भी प्रकार के लक्षण सामने आने पर शीघ्र नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें, कोविड टेस्ट कराएं और चिकित्सकीय परामर्श लें। उन्होंने कहा कि संभावित संक्रमण को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग पूर्ण रूप से सतर्क है और नागरिकों के सहयोग से हम संक्रमण की रोकथाम में सफल होंगे। बैठक में डिप्टी सीएमओ डॉ अनुज गर्ग व डॉ जयप्रकाश राजलीवाला भी मौजूद थे।