
फरीदाबाद का मेडिकल छात्र भी हुआ था घायल
पहुंचा घर और सुनाई हादसे की खौफनाक कहानी
प्रधानमंत्री मोदी ने अस्पताल में जाकर की थी केशव से मुलाकात
मेंटली स्ट्रांग बनकर जीवन जीने का दिया मंत्र, डर से दूर रहने की भी दी थी सलाह
इस हादसे में केशव के चार साथी मारे गए
लोहे के एक पिलर के नीचे केशव और उसका साथी दब गया था।
Bilkul Sateek News
फरीदाबाद (अजय वर्मा), 20 जून। पिछले दिनों अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया के विमान हादसे में गांव बुढैना निवासी मेडिकल छात्र केशव भी घायल हो गया था। अब वह अपने घर पहुंच गया है। उसने उस खौफनाक मंजर की जो कहानी बताई वह दिल दहला देने वाली है। इस हादसे में केशव के चार बैचमेट की भी जान चली गई है। हादसे के वक्त केशव अपने बैचमेट के साथ मेडिकल कॉलेज के मेस में खाना खा रहे थे। केशव ने घटना के उस भयंकर मंजर को बयां करते हुए बताया कि विमान गिरने पर लगा कि जैसे जबरदस्त भूकंप आ गया या फिर पाक ने मिसाइल हमला कर दिया है। मेस की पूरी बिल्डिंग हिलने लगी थी। इसी दौरान बिल्डिंग का कुछ मलबा उनके सिर पर गिरा और वे बुरी तरह से घायल हो गए। किसी तरह जान बचाकर जब बाहर निकले तो बाहर का खौफनाक मंजर उससे भी भयंकर था। उसे देखकर दिल दहल गया। स्थानीय लोगों की मदद से अस्पताल पहुंचे और इलाज शुरू हुआ। जिसके वह अपने गांव वापस आ गए हैं।
अहमदाबाद के बीजी मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस सेकेंड ईयर की पढ़ाई करने वाले केशव भड़ाना ने बताया कि उनके ही मेडिकल कॉलेज के मेस बिल्डिंग पर ही एयर इंडिया का विमान गिरा था। उस वक्त करीब डेढ़ बजे का समय था। केशव अपने चार अन्य साथियों के साथ मेस में लंच कर रहे थे। उन्होंने बताया कि जैसे ही विमान गिरा तो खिड़की से वहां धूल भरा तूफान जैसा मंजर नजर आने लगा। तब तक ये नहीं पता था कि विमान हादसा हुआ है। केशव ने बताया कि वह एक अन्य साथी रोहित के साथ एक लोहे के पिलर के नीचे फंस गए थे और उनके सिर से खून बह रहा था दो मिनट बाद ही मेस में रखे गैस सिलेंडरों में ब्लास्ट होने लगा। उन्होंने अपने साथी रोहित को निकालने का प्रयास किया, लेकिन वह निकाल नहीं पाए। सिलेंडर ब्लास्ट होते देख रोहित के कहने पर बड़ी मुश्किल से बिल्डिंग से बाहर निकले और स्थानीय लोगों की मदद से अस्पताल पहुंच पाए। मौके पर पहुंची रेस्क्यू टीम ने उनके साथी रोहित को भी सकुशल बाहर निकाल लिया। जबकि चार अन्य बैचमेट हादसे के शिकार हो गए। किसी तरह युक्ति लगाकर वह सरक सरक कर लोहे के पिलर से बाहर निकल कर बाहर पहुंचा, जहां उसके एक सीनियर ने उसे स्कूटी पर बिठाया और सिविल अस्पताल अहमदाबाद में भर्ती करवाया। उसने बताया कि बाहर का मंजर बेहद खौफनाक था। आग की ऊंची लपटें ही नजर आ रही थी। पूरा इलाका काले गुबार में तब्दील हाे गया था। अगले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अस्पताल पहुंचकर केशव से मुलाकात की और उससे कुशलक्षेम पूछा। मोदी ने डर से दूर रहने और मेंटली स्ट्रांग होकर जीवन जीने का मंत्र भी दिया।
वहीं, केशव के पिता देवेंद्र भड़ाना ने बताया कि बेटे के घायल होने की सूचना उनके सीनियर डॉक्टर ने दी थी। सूचना मिलते ही उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। बेटे से मिलने के लिए अपने भाई के साथ दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच गए, लेकिन फ्लाइट कैंसिल होने के कारण बस से अहमदाबाद के लिए रवाना हो गए। बेटे से मिलने के बाद राहत की सांस ली। वह बेटे को लेकर अपने गांव आ गए हैं। फिलहाल केशव और उनका परिवार इस भयंकर हादसे से उबरने का प्रयास कर रहा है।