
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 22 अगस्त। राव इंद्रजीत सिंह और राव नरबीर सिंह के बीच प्रतिष्ठा का प्रश्न बने मानेसर नगर निगम में एक बार फिर से बाजी राव इंद्रजीत सिंह के पाले में जाती दिखाई दे रही है। इस साल हुए निगम चुनाव में केवल मानेसर निगम ही ऐसा था जहां भाजपा अपना परचम नहीं लहरा पाई थी। यहां पर मेयर पद निर्दलीय इंद्रजीत कौर यादव ने जीता था और कई वार्डों पर निर्दलियों ने भाजपा प्रत्याशियों को हराया था। जोकि भाजपा के एक बड़ा झटका था और विशेषतौर पर राव नरबीर सिंह के लिए। क्योंकि राव नरबीर सिंह ने यहां पर भाजपा प्रत्याशियों को जिताने के लिए जीजान लगा दिया था। वहीं, मेयर पद पर जीती इंद्रजीत कौर यादव और जीते हुए निर्दलीय पार्षद केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की करीबी माने जाते हैं।
इसके बाद राव नरबीर सिंह ने एक बार बाजी पलटते हुए कुछ निर्दलियों पार्षदों को भाजपा में ज्वाइन करवा दिया और हाल ही में हुए डिप्टी और सीनियर मेयर के चुनाव में पूरी लामबंदी कर दी। जिससे राव इंद्रजीत सिंह खेमे की मेयर और पार्षदों ने इन चुनाव का बहिष्कार किया, जिससे राव नरवीर सिंह के पसंदीदा प्रत्याशी इन दोनों पदों पर काबिज हो गए। जिसके बाद से माना जा रहा था कि राव नरबीर सिंह ने एक बार फिर से राव इंद्रजीत सिंह को शिकस्त दे दी है। परंतु कहीं ना कहीं राव इंद्रजीत सिंह अंदर खाते शह और मात के खेल को बड़ी संजीदगी से खेल रहे थे।
राव इंद्रजीत सिंह आज मेयर इंद्रजीत कौर यादव के कार्यालय के उद्घाटन अवसर पर पहुंचे। जहां पर उनके समर्थक भी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। जिन्होंने अगला मुख्यमंत्री कैसा हो राव इंद्रजीत सिंह जैसा हो के नारे भी लगाए। उन्होंने मेयर डॉ. इंद्रजीत के कार्यालय का उद्घाटन भी किया। इसी साल हुए मेयर चुनाव में डॉ. इंद्रजीत ने मानेसर से भाजपा उम्मीदवार सुंदर लाल यादव को हराया था। सुंदरलाल यादव मंत्री राव नरबीर के करीबी थे।
उद्घाटन के बाद राव इंद्रजीत ने पत्रकारों से कहा कि जल्द ही निर्दलीय मेयर को भी भाजपा में शामिल करवा दिया जाएगा। इसके लिए उच्च स्तर पर मेरी बातचीत चल रही है।
मालूम हो कि राव नरबीर सिंह मेयर इंद्रजीत के भाजपा में शामिल करवाने के मुखर विरोधी हैं और कई मौकों पर वे इस बात को खुलकर कह चुके हैं। वहीं, राव इंद्रजीत अब खुलकर पर्दे के पीछे से बाहर आ गए हैं और मेयर के भाजपा में जल्द शामिल होने का दावा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब निर्दलीय पार्षदों को भाजपा में शामिल किया जा सकता है तो मेयर को क्यों नहीं। उन्होंने कहा कि मेयर भाजपा के शीर्ष नेताओं से भी मिल चुकी हैं और जल्द ही भाजपा में शामिल हो जाएंगी। मेयर इंद्रजीत कौर के भाजपा में शामिल होने पर एक बार फिर से अहीरवाल की सियासत में गर्मी आ सकती है।