Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 26 नवंबर। गुरुग्राम में एक निजी स्कूल की क्लास दो की छात्रा की हड्डी टूटने का विवाद गहरा गया है। इस मामले में परिजन व स्कूल प्रबंधन आमने-सामने आ गया है और मामला थाने तक जा पहुंचा है। परिजनों ने साथ ही यह भी आरोप लगाया है कि उन्हें अभी तक CCTV फुटेज नहीं दिया गया है।
मामला लेडी फ्लोरेंस कॉन्वेंट स्कूल से जुड़ा है। स्कूल में क्लास-2 की स्टूडेंट लायरा कश्यप के पैर की हड्डी टूटने के मामले को लेकर पेरेंट्स और स्कूल प्रबंधन का झगड़ा थाने पहुंच गया है। दोनों पक्षों की तरफ से थाने में शिकायत दी गई है। पेरेंट्स का आरोप है कि स्कूल की तरफ से घटना को छिपाने की कोशिश की गई, जबकि स्कूल प्रबंधन ने घटना का वीडियो जारी कर कहा कि इस हादसे में उनकी तरफ से कोई लापरवाही नहीं बरती गई। फिलहाल पुलिस दोनों तरफ की शिकायत की जांच कर रही है।
पिता कशिश कश्यप ने कहा कि 10 नवंबर को बस से उतरते समय बाइक ने टक्कर मारी और पैर की हड्डी टूट गई, लेकिन स्कूल ने उन्हें सिर्फ फिसल गई है बताया। चार दिन तक दर्द के बावजूद सच नहीं बताया और इलाज में देरी हो गई। स्कूल बस के बाहर न तो कोई ट्रैफिक हेल्पर था, न सेफ्टी गार्ड और न ही नैनी ने बच्ची को सड़क पार कराने में मदद की। बच्चों को खुद ही व्यस्त सड़क पार करनी पड़ती है। इसी लापरवाही से हादसा हुआ है।
पिता जब स्कूल में गया तो उसके साथ सही बर्ताव नहीं किया गया। टीचर उसका वीडियो बनाने लगी तो उसने भी वीडियो बना लिया। उनसे सीसीटीवी मांगी तो स्कूल ने टालमटोल की और फुटेज देने से मना कर दिया, जिससे परिजनों को लगा कि स्कूल सच छिपा रहा है।
10 नवंबर को मदनपुरी स्थित लेडी फ्लोरेंस कॉन्वेंट स्कूल की कक्षा 2 की 7 वर्षीय छात्रा लायरा कश्यप और छुट्टी के समय करीब डेढ़ बजे सभी बच्चे सड़क पार करके बस के पास जा रहे थे। इसी दौरान डिवाइडर पार करते समय बच्ची फिसलकर गिर गई। उस समय बच्ची ठीक ठाक थी और चल रही थी। बाद में भी पेरेंट्स से उसकी हेल्थ अपडेट ली गई। इसके बाद 22 नवंबर को पेरेंट्स स्कूल पहुंचे और हंगामा किया।
23 नवंबर को पिता ने न्यू कॉलोनी थाने में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ लापरवाही से चोट पहुंचाना, बच्चों के साथ दुर्व्यवहार और किशोर न्याय अधिनियम की धारा के तहत एफआईआर दर्ज कराई।
मामले ने तब तूल पकड़ा जब 24 नवंबर को एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में पिता स्कूल स्टाफ से भिड़ते नजर आ रहे हैं। वह कहता सुनाई दे रहा है कि मेरी बेटी के पैर की हड्डी कैसे तोड़ दी? सीसीटीवी क्यों छिपा रहे हो? मेरा वीडियो क्यों बना रहे हो।
वहीं, प्रिंसिपल निधि ने अपनी शिकायत में बताया कि हादसा स्कूल गेट से बाहर सार्वजनिक सड़क पर हुआ। स्कूल बस निर्धारित पिकअप-ड्रॉप पॉइंट तक बच्चों को छोड़ती है। वहां तक पहुंचाने के लिए नैनी बच्चों को सड़क पार करवा रही थी। इसी दौरान लायरा डिवाइडर पर फिसलकर गिर गई। जिससे उसको हल्की चोट आई थी। उस समय वह ठीक ठाक थी। यह दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना थी, न कि हमारी लापरवाही।
घटना होते ही मौके पर पहुंचकर फर्स्ट एड दिया गया। बाहर से चोट मामूली दिख रही थी, इसलिए मां को सिर्फ “फिसल गई” बताया। जानबूझकर कुछ नहीं छिपाया गया। चार दिन बाद पता चला कि हड्डी टूटी है, तब तक हमें भी पूरी गंभीरता का अंदाजा नहीं था।
इस हादसे के बाद परिवार को इंश्योरेंस के जरिए आर्थिक सहायता की पेशकश की गई, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था। अब पेरेंट्स बच्ची की पूरे साल की फीस माफी की डिमांड कर रहे हैं, जो कि स्कूल पॉलिसी में नहीं है।
परिजनों ने स्कूल के अंदर हुई बहस का चुनिंदा हिस्सा रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर वायरल किया, जिसमें सिर्फ उनकी चीखें और स्टाफ का बचाव दिखाया गया। इससे स्कूल को भारी मानहानि हुई और पेरेंट्स डरने लगे। इसलिए हमने अर्जुन नगर चौकी में मानहानि और झूठा प्रचार करने की शिकायत दर्ज कराई है।



