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बिलासपुर। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। जिला प्रशासन के प्रयासों से गोविंद सागर झील में क्रूज, शिकारा राइड, हाउसबोट, हाइड्रो मोटरबोट, जेट स्कीइंग और वाटर स्पोर्ट्स जैसी सुविधाएं शुरू करने की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। इसी कड़ी में इनलैंड वाटर अथॉरिटी ऑफ इंडिया (डब्ल्यूएआई) की टीम ने क्षेत्र का दौरा किया और इस परियोजना के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत अध्ययन किया।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा, स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर
इन विकास कार्यों के माध्यम से क्षेत्र में पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की योजना बनाई गई है। इससे न केवल पर्यटकों को आकर्षित करने में मदद मिलेगी, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर भी उपलब्ध होंगे। होटल, रेस्टोरेंट और अन्य पर्यटन संबंधी व्यवसायों को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
नौवहन सुविधाओं से होगा सुगम आवागमन
इनलैंड वाटर अथॉरिटी ऑफ इंडिया के विशेषज्ञों ने नौवहन सुविधाओं की संभावनाओं का अध्ययन किया और जल परिवहन को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए आवश्यक तकनीकी व पर्यावरणीय पहलुओं पर चर्चा की। इस परियोजना से गोविंद सागर झील में जल परिवहन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय व्यापार एवं पर्यटन गतिविधियों को गति मिलेगी।
गोविंद सागर झील में अंडमान निकोबार के तर्ज पर पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
बिलासपुर के उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि गोविंद सागर झील और कोलडैम घाट के विकास से यह क्षेत्र पर्यटन मानचित्र पर और मजबूत होगा। जिला प्रशासन इस महत्वाकांक्षी परियोजना को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है और विभिन्न एजेंसियों के सहयोग से इसे शीघ्र क्रियान्वित करने की दिशा में कार्य कर रहा है।