
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 4 जुलाई। भोंडसी जेल में आज दिव्यांग कैदी की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। कैदी को कल ही जमानत मिली थी। वहीं परिजनों ने मारपीट का शक जताते हुए पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
गांव धामडौज का रहने वाला लोकेश तंवर दिव्यांग था। वह चैक बाउंस के मामले में जेल में बंद था। लोकेश बचपन से ही दिव्यांग था, उसकी एक टांग कटी हुई थी और वह नकली टांग के सहारे चलता था। वह लाइफ इंश्योरेंस का काम करता था। बताया जा रहा है कि वह गांव के जरूरतमंद लोगों की मदद भी करता था। परिवार में उसकी पत्नी, मां, 20 साल का बेटा और 22 साल की बेटी हैं।
चचेरे भाई राजकुमार राघव ने बताया कि उसे चेक बाउंस के एक मामले में 24 जून को बादशाहपुर थाने में गिरफ्तार किया गया था और उसी दिन सीधे भोंडसी जेल भेज दिया गया। छुट्टियों के कारण उसकी जमानत नहीं हो पाई थी। गुरुग्राम कोर्ट से कल ही उसे जमानत मिल गई थी।
परिजन आज जब कोर्ट के बेल ऑर्डर लेकर जेल पहुंचे और दोपहर 12 बजे आदेश जमा कराए, तो उन्हें कोई सूचना नहीं दी गई। बार-बार पूछने पर बताया गया कि लोकेश को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जब परिजन दोपहर करीब 3 बजे अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों ने बताया कि उसे मृत हालत में लाया गया था।
परिजनों का आरोप है कि जेल प्रशासन ने समय पर कोई जानकारी नहीं दी और उन्हें शक है कि लोकेश की मौत जेल में संदिग्ध हालात में हुई है। उनका मानना है कि उसके साथ मारपीट की गई होगी।
परिजनों ने निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। खबर लिखे जाने तक पुलिस और जेल प्रशासन का इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।