
डीसी अजय कुमार ने की एआई आधारित एप रास्ता फिक्स की कार्यप्रणाली की समीक्षा
नागरिकों की समस्याओं के समाधान में कारगर होगा अधिकारियों का फीडबैक
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 26 अगस्त। गुरुग्राम जिले में तैनात सभी प्रथम श्रेणी राजपत्रित अधिकारी एआई आधारित मोबाइल एप्लीकेशन की मदद से नागरिकों से जुड़ी समस्याओं को अपडेट करेंगे, ताकि समय रहते संबंधित एजेंसियों को रियल टाइम अपडेट मिले और उनका त्वरित समाधान हो सके। डीसी अजय कुमार ने मोबाइल एप्लीकेशन रास्ता फिक्स की कार्यप्रणाली की मंगलवार को समीक्षा की। उन्होंने बताया कि इस एप के जरिए नागरिकों के साथ-साथ अब अधिकारी भी शहर में दिखने वाली समस्याओं का फीडबैक दे सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि बीते दिनों मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर ने गुरुग्राम के हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान में जिले में तैनात सभी प्रथम श्रेणी राजपत्रित अधिकारियों की एक बैठक ली थी। उन्होंने बैठक में निर्देश दिए थे कि सभी अधिकारी नागरिकों से जुड़ी समस्याओं का समाधान कराना सुनिश्चित करेंगे और एआई आधारित प्लेटफार्म रास्ता फिक्स के जरिए अपने घर से कार्यालय के मार्ग में दिखने वाली समस्याओं को अपलोड करेंगे। साथ ही संबंधित एजेंसी से समन्वय कर नागरिकों की समस्याओं का समाधान कराना सुनिश्चित करेंगे।
अजय कुमार ने कहा कि अधिकारियों के फीडबैक के आधार पर नागरिकों की समस्याओं का एकीकृत डेटा तैयार होगा। जोकि रियल टाइमिंग के साथ समस्या का समाधान करने वाली एजेंसी तक पहुंचेगा। इस मॉडल के आधार पर संबंधित एजेंसी जल्द से जल्द समस्या का समाधान करवाना सुनिश्चित करेगी। रास्ता फिक्स प्लेटफार्म को तैयार करने वाली एजेंसी एटिनो के प्रतिनिधि प्रवीण कौशल ने जानकारी देते हुए बताया कि इस प्लेटफार्म पर अब तक नागरिकों की ओर से अपनी समस्याएं अपलोड की जा रही थी। अब इस पर जिला के अधिकारियों के लिए लिंक जेनरेट कर दिया गया है।
डीसी ने बताया कि अधिकारियों के फीडबैक के लिए सात घटक चयनित किए गए है जोकि गड्ढे, कूड़ा, जलभराव, बेसहारा पशु, सीएंडडी वेस्ट व जलता हुआ कूड़ा करकट है। प्रवीण कौशल ने बताया कि रास्ता फिक्स पर अब तक नागरिकों की 1500 से अधिक समस्याएं अपलोड हो चुकी है जिनकी जानकारी संबंधित एजेंसियों को भी भेजी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि इस प्लेटफार्म का इस्तेमाल बेहद आसान है समस्या से जुड़ी लोकेशन पर पहुंच कर फोटो खींचे और पोर्टल पर अपलोड कर दे। जियो टैग के साथ यह समस्या संबंधित विभाग के पास पहुंच जाएगी।
इस अवसर पर एडीसी वत्सल वशिष्ठ व सीटीएम सपना यादव भी उपस्थित रहें।