
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 24 मई। गुरुग्राम के बसई गांव में कल रात अचानक केमिकल के रिसाव और गंध से लोग चक्कर खाकर गिरने लगे और उनको आंखों में जलन के साथ-साथ उल्टी और पेटदर्द होने लगा। जिसके बाद तीन बच्चों समेत 8 लोगों को नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं, गुस्साए ग्रामीणों ने खूब जमकर हंगामा काटा और पुलिस के सामने ही एक कंपनी पर ताला लगा दिया। कुछ समय बाद पुलिस ने ताला खुलवाया। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन यहां चल रही कैमिकल फैक्ट्रियों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लेता है। यहां आए आए दिन किसी न किसी गैस का रिसाव होता रहता है और उसकी गंध पूरे गांव में फैलती रहती है और जिससे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
बसई गांव और उसके आसपास स्थित कई फैक्ट्रियों में केमिकलों का प्रयोग होता है। ग्रामीणों के अनुसार सूरी ऑटो पार्ट्स के पास कल देर शाम संदिग्ध गैस या फिर किसी केमिकल की गंध फैल हुई थी। जिस कारण आसपास रहने वाले लोगों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी। काफी लोग फैक्ट्री क्षेत्र से दूर जाने लगे। इस गंध की चपेट में आने से सात लोगों पर बेहोशी छाने लगी और उन्हें उल्टियां होने लगी।
लोगों की हालत बिगड़ती देख उन्हें एम्बुलेंस से सेक्टर 10 के सिविल अस्पताल में ले जाया गया। इनमें सरिता, गीता, खुशी, अन्नू, पूजा और बच्चे (सृष्टि, दृष्टि और देवांश) भी शामिल हैं। मरीजों ने गले में दर्द, पेट में दर्द, उल्टी और आंखों में जलन की शिकायत की।
सिविल अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर ने देर रात पुलिस को भी सूचना भिजवाई। जिसमें संदिग्ध गैस रिसाव के कारण आपातकालीन विभाग में मरीजों के भर्ती होने की सूचना दी गई। डॉक्टर ने बताया कि अतिरिक्त मरीजों के आने की भी आशंका थी, जिसके बाद पुलिस और प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई शुरू की।
एक स्थानीय निवासी के अनुसार रात लगभग 8 बजे एक कंपनी में रोजाना की तरह केमिकल का प्रयोग किया गया। उस समय 8 से 10 लोग बुरी तरह से उल्टी करने लगे और चक्कर खाकर गिर पड़े। यहां रिहायशी क्षेत्र है और इसके आसपास फैक्ट्रियां चल रही हैं। जिनसे उनपर जानमाल का खतरा मंडरा रहा है। यहां पर जहरीली गैस और रसायनों का उपयोग और मैन्युफैक्चरिंग आदि होती है।
सूचना मिलने के बाद ड्यूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार भी मौके पर पहुंचे। तहसीलदार ने जांच की और पाया गया कि सूरी ऑटो पार्ट्स के पास चल रहे यांत्रिक कार्य से उत्पन्न धुएं से सब प्रभावित हुए हैं। इस धुएं से क्षेत्र में तेज गंध फैल गई, जिससे आसपास के लोग बुरी तरह प्रभावित हुए।
बसई गांव निवासी एक महिला अधिवक्ता ने बताया कि उनके द्वारा लगातार गांव की आबादी के पास बन रही फैक्ट्रियों की शिकायत की जा रही है, लेकिन कोई अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहा है। केमिकल की गंध पिछले कई दिनों से बढ़ गई थी, जिससे उन्हें लगातार परेशानी हो रही है।
वहीं, अधिकारियों का कहना है कि यह आपातकालीन स्थिति नहीं थी। पड़ोसियों को फैक्ट्री से हमेशा शिकायत रही है। प्रारंभिक जांच में यांत्रिक कार्य के दौरान सुरक्षा मानकों की अनदेखी की संभावना जताई जा रही है। संबंधित अधिकारियों ने फैक्ट्री प्रबंधन से जवाब-तलब किया है और एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
उधर, बसई इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीव बंसल ने कहा कि शिकायतकर्ताओं का काफी समय से फैक्ट्री मालिक से विवाद चल रहा है। इसी के कारण इस तरह की शिकायतें की जा रही है। इस मामले की निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए। हालांकि सूरी ऑटो पार्ट्स कंपनी के मालिक का पक्ष सामने नहीं आया है।
इस बीच, राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की एक्जीक्यूटिव इंजीनियर आकांक्षा ने बताया कि बसई की एक फैक्ट्री की पहले शिकायत मिली थी। जिसके बाद एक टीम ने जांच की थी। अगर किसी तरह का कोई प्रदूषण पाया जाता है तो एक्शन लिया जाएगा।