- ऑनलाइन बेटिंग करने वाले ने दिया था पांच लाख का लालच
- खाताधारक को बिना बताए मोबाइल नंबर व ई-मेल आईडी बदला
- साइबर ठगी के मामलों में अब तक कुल 23 बैंक कर्मी हो चुके हैं गिरफ्तार
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 13 दिसंबर। हरियाणा के गुरुग्राम में पुलिस ने साइबर ठगी के मामले में एक बैंक के रिलेशनशिप मैनेजर को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने ऑनलाइन बेटिंग करने वाले से मिलकर पीड़ित के बैंक खाते में लगभग दो करोड़ रुपये डाले थे। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की तो इस साइबर ठगी का पर्दाफाश हुआ। आरोपी से एक मोबाइल और 2 सिम कार्ड भी बरामद हुए हैं। गुरुग्राम पुलिस अब तक साइबर ठगी के मामलों में 23 बैंककर्मियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
पीड़ित ने बुधवार को इसकी लिखित शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई थी। शिकायत में बताया गया था कि उसका डीएलएफ फेज-2 स्थित डीबीएस बैंक में एक खाता था। खाते को बंद करवाने के लिए उसने बैंक रिलेशनशिप मैनेजर टीपू सुल्तान से संपर्क किया। टीपू ने कहा कि खाता ब्रांच में आकर बंद करवाना पड़ेगा। उसके बाद 6 दिसंबर को उसके मोबाइल नंबर पर 15 हजार रुपये क्रेडिट होने का मैसेज आया। इस बारे में टीपू से पूछने पर उसने बताया कि यह रुपये बैंक की तरफ से आए हैं और अब उसका खाता बंद हो जाएगा। इसके बाद 9 दिसंबर को बैंक खाते में लगभग 1 करोड़ 96 लाख रुपये क्रेडिट होने का मैसेज आया। जिसके बाद उसके होश उड़ गए और वह बैंक पहुंचा। वहां पता चला कि टीपू सुल्तान ने उसके बैंक खाते का पंजीकृत मोबाइल नंबर और ई-मेल आईडी बदल दिया था।
गुरुग्राम के सहायक पुलिस आयुक्त साइबर प्रियांशु दीवान (एचपीएस) के नेतृत्व में प्रबंधक थाना साइबर पूर्व की पुलिस टीम ने बृहस्पतिवार को टीपू सुल्तान को गिरफ्तार किया। टीपू मूल रूप से उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के गांव सफीपुर पट्टी का निवासी है। टीपू यहां इंदिरा कॉलोनी-2 में रह रहा है।
पूछताछ में पता चला कि टीपू सुल्तान जून 2023 से डीबीएस बैंक में कार्यरत था। इस दौरान बैंक में करंट खाता खुलवाने के लिए एक व्यक्ति उसके पास आया। टीपू ने कोई साइट (स्थान) उपलब्ध ना होने की बात कही। उस व्यक्ति ने टीपू को बताया कि वह ऑनलाइन बेटिंग करता है। जिसके लिए उसको एक करंट खाते की जरूरत है। उसने टीपू को 5 लाख रुपये का लाचल देते हुए एक करंट खाता उपलब्ध कराने को कहा। टीपू ने इसके बाद पीड़ित के बैंक खाते का मोबाइल नंबर और ई-मेल आईडी धोखाधड़ी से बदलकर ऑनलाइन बेटिंग करने वाले से बदल दिए।