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फरीदाबाद (अजय वर्मा), 24 जून। पिछले हफ्ते वीकेंड पर औद्योगिक नगरी फरीदाबाद में विक्टोरा लाइफ फाउंडेशन के संस्थापक सरदार एसएस बांगा ने हरियाणा की पहली ट्री एंबुलेंस सेवा का शुभारंभ किया था ताकि, सूखते, गिरते या बीमार पेड़ों का इलाज करके उन्हें फिर से स्वस्थ बनाए जा सके और शहर के पर्यावरण को नई दिशा दी जा सके। इस कड़ी में शहर में जगह-जगह यह ट्री एंबुलेंस पहुंचकर सड़क किनारे और पार्कों में बीमार और दम तोड़ रहे पेड़ पौधों का इलाज करना शुरू कर दिया है। इस मुहिम के कामकाज को देखने के लिए केंद्रीय पर्यावरण राज्यमंत्री के वरिष्ठ मीडिया सलाहकार पंकज मिश्रा खास तौर पर यहां पहुंचे और ट्री एंबुलेंस की कार्यशाली को नजदीक से देखा और इसकी खूब सराहना की।
ट्री एंबुलेंस की टीम 2 ए, ब्लॉक पार्क में पहुंची और तमाम पेड़ों की गहनता से जांच की। इस मौके पर टीम ने दीमक लगे एक पेड़ का इलाज करते हुए उसमें दवाई का छिड़काव किया। वहीं, पार्क में सूखे हुए पेड़ों की जगह नए पौधे लगाने की बात कही। ट्री एंबुलेंस पर कार्ययत कर्मचारी पप्पू कुमार राय ने बताया कि आज हम सड़क किनारे पेड़ों की जांच करते हुए यहां एक पार्क में पहुंचे हैं। यहां पेड़ों की हालत बहुत ही खराब है। कई पेड़ों में दीमक लगी हुई है और वह खोखले होते जा रहे हैं। ऐसे में हमने इसमें सफाई करके दवाइयां डाली हैं। हम परसों फिर यहां पर आएंगे और अगला ट्रीटमेंट करेंगे। उन्होंने बताया कि यहां लगाए गए करीब 18 पौधे सूख चुके हैं। इसलिए नए पौधे लाकर या फिर से उनको रोपा जाएगा। उन्होंने बताया कि जिस भी पेड़ का ट्रीटमेंट किया जाता है उसके पूरी तरह स्वस्थ होने उसको निगरानी में रखा जाता है। हम सभी पेड़ों का डाटा अपनी नोटबुक में दर्ज करके रखते हैं। इस मौके पर विक्टोरिया लाइफ फाउंडेशन के सदस्य सरोज कुमार ने भी ट्री एंबुलेंस के कार्य को लेकर विस्तार से जानकारी सांझा की और बताया कि किस प्रकार ट्री एंबुलेंस के माध्यम से पर्यावरण की सुरक्षा की जा रही है।
इस मौके पर मौजूद केंद्रीय पर्यावरण राज्य मंत्री के वरिष्ठ मीडिया सलाहकार पंकज मिश्रा ने इस मुहिम की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह विशेषतौर पर इनका कामकाज देखने यहां पर आए हैं। उन्होंने कहा कि इंसानों और जानवरों के लिए एंबुलेंस के बारे में सभी को पता है, लेकिन पहली बार हरियाणा में ट्री एंबुलेंस की शुरुआत फरीदाबाद से की गई है और आज सिर्फ पेड़ पौधे लगाना ही काफी नहीं है, बल्कि उन्हें बचाना भी बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि यह संस्था पौधों को बचाने के लिए जहां ट्री गार्ड भी लगा रही है वहीं, उनकी अच्छे से देखभाल भी कर रही है और संस्था अपनी इस मुहिम के साथ आरडब्ल्यूए और छात्रों के अलावा अन्य संस्थाओं को भी जोड़ रही है, जोकि बहुत ही अच्छा है। उन्होंने कहा कि वह फरीदाबाद में किसी समय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़े रहे हैं और यहां के लोगों को वह अच्छी तरह जानते हैं और वह चाहते हैं कि पेड़ों को जीवनदान देने के नेक कार्य में बच्चों से लेकर बड़ों को जुड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि क्योंकि मैं पर्यावरण मंत्रालय से जुड़ा हुआ हूं ऐसे में प्रशासनिक या अन्य मदद के लिए वह हमेशा तैयार रहेंगे।