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फरीदाबाद (अजय वर्मा), 25 जून। आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने पर पूरे देश में संविधान हत्या दिवस मनाया जा रहा है और उस समय आपातकाल की पीड़ा सहने वाले ज्यादातर लोग इस दुनिया से रुखसत हो चुके हैं, लेकिन इसकी पीड़ा आज भी देश याद कर रहा है। जिसके चलते हर जगह आपातकाल को संविधान की हत्या के रूप में याद किया जा रहा है और आज बल्लभगढ़ में भी संविधान हत्या दिवस 2025 के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा मुख्य वक्ता के रूप में पहुंची और जनमानस को संबोधित किया। लोकतंत्र हत्या दिवस के इस मौके पर विधायक मूलचंद शर्मा पूर्व कैबिनेट मंत्री, जिला अध्यक्ष सोहनपाल सिंह, प्रभारी फरीदाबाद कमल यादव, पूर्व विधायक राजेंद्र बीसला, पूर्व विधायक टेकचंद शर्मा, आपातकाल के प्रत्यक्षदर्शी रवि भूषण सहित भाजपा के पदाधिकारीगण और शहर के गणमान्य लोग मौजूद रहे। इस मौके पर राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा ने जहां पौधारोपण किया, वहीं उनका स्वागत भी किया गया।
उन्होंने कहा कि भाजपा आज इस दिन को याद कर संविधान हत्या दिवस के रूप में मना रही है जिसके लिए वह आभार प्रकट करती हैं। उन्होंने कहा कि जब 50 साल पहले इमरजेंसी लगाई गई थी, तब वह बच्ची थी और जो लोग बाद में पैदा हुए शायद उन्हें कुछ मालूम ना हो। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि आज जो लोग संविधान की लाल किताब उठाकर संविधान बढ़ाने की बात करते हैं, उन्हीं के पूर्वजों ने आपातकाल लगाकर संविधान की हत्या की थी। उन्होंने राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा कि याद करें वह दिन जिस दिन आपकी दादी ने संविधान को कुचला और उसकी हत्या की और उसके बाद देश पर शासन किया। राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा ने कहा कि आज वह इतिहास दोहराना चाहती हैं कि 200 साल के ब्रिटिश शासन के बाद भारत को आजादी मिली तो क्या यह सच में भारत तब आजाद हुआ, जब भारत मां के दो टुकड़े कर दिए गए। उन्होंने कहा उनके पिता भी लाहौर छोड़कर आए थे और फिर पाकिस्तान बन गया।