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गुरुग्राम, 4 जुलाई। भगवान जगन्नाथ रथयात्रा को लेकर सेंट्रल पार्क फ्लावर वैली के निवासियों में भारी उत्साह दिखने को मिला। यहां के निवासी पिछले दो सप्ताह से जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के स्वागत के लिए अलग-अलग स्तरों पर फूलों की सजावट से लेकर भगवान को अर्पित किए जाने वाले 56 भोग तैयार करने में जुटे हुए थे।
रथयात्रा इस्कॉन सेक्टर 67 के तत्वावधान में निकाली जा रही है। सेंट्रल पार्क फ्लावर ऑफ वैली के निवासी सौरभ गोयल कहते हैं, ‘गुरुग्राम, मानेसर और रेवाड़ी की अलग-अलग सोसायटियों से हमें अपनी-अपनी सोसाइटियों में जगन्नाथ का स्वागत करने के लिए निमंत्रण मिल रहे हैं। यह एक अच्छा संकेत है कि आलीशान अपार्टमेंट में रहने के बावजूद लोग अपनी संस्कृति, परंपरा और जड़ों से जुड़े हुए हैं। उम्मीद है कि अगले साल रथयात्रा और भी नई सोसाइटियों में निकाली जाएगी।’ ‘पिछले दो हफ्तों से जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के स्वागत के लिए यहां के युवा, वयस्क और बच्चे जैसे उत्सव की तैयारी कर रहे थे। पिछले दो हफ्तों से बच्चे नृत्य और नाटक का अभ्यास कर रहे थे। आज सुबह से ही महिलाएं रंगोली और अल्पना से सजावट कर रही थी।’ ‘ब्रह्मांड के स्वामी जगन्नाथ पहली बार हमारी सोसाइटी में आ रहे हैं। स्वाभाविक रूप से, निवासियों में उत्साह और उमंग है। निवासी इतने उत्साहित हैं कि सेवा वर्ग के लोगों ने छुट्टी ले ली है, व्यापारियों ने आज के लिए अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद कर दिए हैं,’ सोसाइटी की एक अन्य निवासी पूनम बाजपेयी कहती हैं।
यह एक बहुत बड़ी सोसाइटी है और जगन्नाथ के स्वागत की तैयारियां भी बहुत बड़े स्तर पर की गई हैं। एक अन्य निवासी हरीश सागर कहते हैं कि हर मीनार में निवासियों ने जगन्नाथ जी के रथ के स्वागत के लिए मार्ग को सजाया गया है। जैसे ही जगन्नाथ को सेंट्रल पार्क फ्लावर वैली में लाया गया, खोल और मृदंग के साथ हरिनाम के जाप के बीच भगवान और उनके भाई बलराम और बहन सुभद्रा को देशी घी में पकाए गए 56 व्यंजनों का भोग लगाया गया। जब रथ कोंडोमिनियम के सभी मीनारों से गुजरा, तो निवासियों ने भोग और आरती के साथ भगवान का स्वागत किया।
यात्रा आखिरकार देर शाम को समाप्त हुई, जहां सभी भक्तों और निवासियों ने एक साथ शानदार प्रसाद ग्रहण किया। भगवान के रथ को ताजे फूलों, हरी पत्तियों, चमकीले रिबन और गुब्बारों से सजाया गया था। कीर्तन नृत्य और भक्ति भावों से माहौल पूरी तरह उत्सवी मूड में था। कार्यक्रम में नृत्य और गीत के सांस्कृतिक प्रदर्शन भी हुए। रथयात्रा कल अगले पड़ाव की ओर रवाना होगी।