
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 9 जुलाई। गुरुग्राम में आज शाम करीब 7.30 बजे हुई तेज बारिश ने नगर निगम के बड़े-बड़े दावों की पोल एक झटके में ही खोल दी। शहर के अंदर के हाल तो छोड़िए, जगह-जगह एनएच तक जलमग्न नजर आया। सड़कों पर घुटनों तक का पानी भरा हुआ था। यहां तक कई जगह घरों में भी पानी घुस गया था। जिसे बाहर निकालने के लिए वे मशक्कत करते नजर आए।
मंत्री राव नरबीर सिंह भी बरसात में जलनिकासी को लेकर लगातार अधिकारियों के साथ जमीनी दौरे कर रहे थे। परंतु वे दौरे अब जमीनी कम और कागजी ज्यादा नजर आने लगे हैं। ऐसे में एक सवाल उठना लाजिमी भी है कि जनता क्या अपनी गाढ़ी कमाई में से केवल टैक्स चुकाने के लिए ही है। सरकार और प्रशासन को उसकी समस्याओं से कोई वास्ता नहीं है। गुरुग्रामवासियों के हिस्से में केवल गंदगी, जाम और जलभराव ही आता है, क्या वे अपने टैक्स के पैसे से बेहतर सुविधाएं पाने के अधिकारी नहीं है।
जैसे-जैसे रात का अंधियारा गहराने लगा, वैसे-वैसे तेज बारिश से गुरुग्राम की सड़कों पर पानी का स्तर बढ़ने लगा। जगह-जगह सड़कों पर पानी को तेज बहाव दिखाई देने लगा और गाड़ियों के पहिये पानी में डूबे नजर आने लगे। यहां का सुभाष चौक बारिश के पानी में डूबा नजर आने लगा। यहां पर कार समेत एक एंबुलेंस पानी के बीच फंसी नजर आई। दोपहिया वाहन चालक अपने वाहनों के घुटनों से उपर आ रहे पानी में धक्के मारते दिखाई दिए।
कुछ ऐसा ही नजारा अशोक विहार फेज-3 में भी नजर आ रहा था। यहां ऐसे बदतर हालत हर बरसात में होना आम है। राजीव चौक पर रात 8.15 बजे के करीब ट्रैफिक के बीच सड़क किनारे पानी में तैरते नजर आए। ऐसा ही कुछ नजारा एमजी रोड मेट्रो स्टेशन के पास भी नजर आया जहां सड़क किनारे खड़ी एक कार के पास दो युवक पानी में लौटते नजर आए।
सेक्टर-23ए में 15 मीटर रोड भी जलमग्न नजर आई। सेक्टर 47 में पार्क पूरा तालाब में तब्दील हो गया। सेक्टर-51 में सड़कों पर पानी खड़ा नजर आया। सेक्टर-7, प्रेम मंदिर ओल्ड रेलवे और मेदांता रोड का कुछ हाल ऐसा ही बदहाल था।