
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 14 अगस्त। गुरुग्राम में सुबह से हो रही बारिश से एक निर्माणाधीन इमारत की दीवार ढह गई, जिससे आसपास की कई इमारतों में दरारें पड़ गई। इससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। इसमें किसी के हताहत होने या फंसे होने की कोई जानकारी नहीं मिली है। हालांकि, दीवार गिरने से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि निर्माण स्थल पर सुरक्षा मानकों की जांच की जाएगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार हादसा बादशाहपुर क्षेत्र में नीलकंठ एनक्लेव में हुआ। यहां पर एक निर्माणाधीन भवन की दीवार अचानक ढह गई और आसपास की कई इमारतों में दरारें पड़ गईं। जिससे स्थानीय निवासियों में दहशत फैल गई। दीवार गिरने की सूचना मिलते ही पुलिस, फायर ब्रिगेड और स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (एसडीआरएफ) की टीमें मौके पर पहुंच गईं और राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया। प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए प्रभावित इमारतों को खाली कराना शुरू कर दिया।
स्थानीय निवासियों के अनुसार, हादसे की आवाज इतनी तेज थी कि कई लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। मलबे के कारण कुछ देर तक स्थिति असामान्य रही। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि अचानक एक तेज धमाका सुनाई दिया। बाहर निकले तो देखा कि साथ में बन रही इमारत के बेसमेंट की दीवार गिर गई। पास की इमारतों में दरारें दिखने लगीं, जिससे डर का माहौल बन गया।
पुलिस और प्रशासन ने एहतियातन आसपास की प्रभावित इमारतों को खाली कराने का आदेश दिया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा के लिए यह कदम जरूरी था, क्योंकि दरारों के कारण इमारतों के ढहने का खतरा बना हुआ है। प्रभावित लोगों के लिए अस्थाई आवास की व्यवस्था की जा रही है। निर्माणाधीन बिल्डिंग के ठेकेदार और मालिक से पूछताछ शुरू कर दी गई है।
एसडीएम बादशाहपुर संजीव कुमार ने बताया कि प्रशासन को सूचना मिली थी कि नीलकंठ एन्क्लेव के कुछ घरों में दरार आ गई हैं। जिसके बाद वे मौके पर पहुंचे। इन घरों के पीछे एम3एम कंपनी की इमारत की बेसमेंट की खुदाई हो रही है। बारिश के चलते दीवार गिर गई है। जिसके कारण आसपास के इन मकानों में खतरा बना हुआ है। प्रशासन की प्राथमिकता लोगों को सुरक्षित बाहर निकालना और कोई भी व्यक्ति अंदर नहीं रहे। अनाउंसमेंट सिस्टम और एसडीआरएफ की मदद से हमने सभी घर खाली करवा लिए हैं। 10 इमारतें खाली करवाई गई हैं। जिनमें से 400 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। इनको खतरनाक इमारत घोषित कर दिया गया है और लोगों को अंदर जाने से मना किया है। जब तक हमारे इंजीनियर स्ट्रक्चल ऑडिट करके ये घोषित नहीं कर देते कि इमारतें सुरक्षित हैं। तब तक किसी को अंदर नहीं जाने दिया जाएगा।