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गुरुग्राम, 26 नवंबर। गुरुग्राम पुलिस ने 2 फर्जी विजिलेंस अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के निशाने पर पुलिसकर्मी रहते थे और दोनों ट्रैफिक (जोनल अधिकारी तैनात पुलिसकर्मी) को रुपये देने के लिए धमकी दे रहे थे। दोनों के पास से वारदात को अंजाम देने में प्रयोग को गई एक 1 कार भी बरामद की गई है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार महफिल गार्डन रेड लाइट पर 16 अक्टूबर को बतौर जोनल अधिकारी तैनात पुलिसकर्मी ने पुलिस थाना सेक्टर-50 को एक लिखित शिकायत में बतलाया कि 15 अक्टूबर को शाम के समय वह अपनी ड्यूटी पर तैनात रहकर चालान करने में व्यस्त था। इसी दौरान ग्रे रंग की एक मारुति बेलेनो कार इसके पास आकर रुकी, उस कार में दो व्यक्ति सवार थे। कार में सवार दोनों लोगों ने अपना परिचय विजिलेंस अधिकारी के रूप में कराया और उसको पुलिस बूथ में चलने के लिए कहा तो वह उनके साथ बूथ के अंदर आ गया। बूथ में आकर उन व्यक्तियों ने उससे कहा कि आपके खिलाफ हमारे पास शिकायतें है। उसने जब उनसे पूछा क्या शिकायतें है तो उन्होंने कहा कि शाम 7.30 बजे व्हाट्सऐप पर कॉल करना और 50 हजार रुपये भेज देना। इसके साथ ही अभी पार्टी के लिए 5 हजार रुपये देने के लिए कहा। उसके द्वारा उन्हें रुपये नहीं देने पर उन्होंने रात को उसके पास धमकी भरा वीडियो भेजा। प्राप्त शिकायत पर पुलिस थाना सेक्टर-50 में संबंधित धाराओं के तहत अभियोग अंकित किया गया।
अपराध शाखा सेक्टर-40 प्रभारी ललित कुमार की टीम ने कार्रवाई करते हुए इस मामले में फर्जी विजिलेंस अधिकारी व कर्मचारी बनकर पुलिसकर्मी को धमकी देते हुए रुपये की मांग करने वाले 2 आरोपियों को कल नजदीक हुड्डा मार्केट सेक्टर-40 से गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान दीपक (उम्र-45 वर्ष) निवासी गांव रानीला जिला चरखी-दादरी वर्तमान किरायेदार सेक्टर-10 गुरुग्राम और नितिन कुमार (उम्र-50 वर्ष) निवासी एक्सटेंशन-द्वितीय नांगलोई दिल्ली वर्तमान निवासी काठमांडू (नेपाल) के रूप में हुई।
पुलिस पूछताछ में पता चला कि आरोपी नितिन मुख्यतः नेपाल में रहता है। करीब 2 साल पहले दीपक नेपाल गया था, जहां इनकी मुलाकात हुई थी। दीपक प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता है और नितिन किसी वारदात को अंजाम देने के लिए कभी-कभी भारत आता है। दीपक की गाड़ी में दोनों मिलकर किसी पुलिसकर्मी को टारगेट करते हैं और उसे अपना परिचय विजिलेंस अधिकारी के रूप में कराते हुए उनके खिलाफ शिकायत होने की बात कहकर उन्हें डराते हैं। फिर उन्हें धमकी देकर उनसे रुपये की मांग करते हैं। नितिन अभी अक्टूबर में भारत आया था, उसके बाद इन्होंने मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया।
आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में इस प्रकार से एनसीआर में करीब 6 से 7 वारदातों को अंजाम देने का भी खुलाशा किया है। जिनके बारे में विस्तार से अनुसंधान किया जा रहा हैं।
आरोपियों के अपराधिक रिकॉर्ड के अवलोकन से ज्ञात हुआ कि दीपक के खिलाफ 2 मामले एनआई एक्ट (चैक-बाउंस) के तहत पहले भी दर्ज हैं और आरोपी नितिन के खिलाफ समेत निम्नलिखित 5 मामले दर्ज हैं।
1. अभियोग संख्या 122 दिनांक 27.03.2016, धारा 3 दिल्ली सार्वजनिक संपत्ति विकृति निवारण अधिनियम 2007 के अंतर्गत, थाना तिलक मार्ग, नई दिल्ली।
2. अभियोग संख्या 161 दिनांक 14.04.2019, धारा 380/448/454/506/34 आईपीसी के अंतर्गत, थाना लाजपत नगर, दक्षिण-पूर्व दिल्ली।
3. अभियोग संख्या 302/2019, धारा 376/328/354/120-बी आईपीसी के अंतर्गत, थाना लाजपत नगर, दक्षिण-पूर्व दिल्ली।
4. अभियोग संख्या 1456/2019, धारा 25(1-ब)(ं) आर्म्स एक्ट के अंतर्गत, थाना नोएडा/गौतमबुद्ध नगर, उत्तर प्रदेश।
5. अभियोग संख्या 301 दिनांक 16.10.2025, धारा 308(2), 3(5) के अंतर्गत, थाना सेक्टर-50, गुरुग्राम।



