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गुरुग्राम, 7 दिसंबर। गुरुग्राम पुलिस ने सोशल मीडिया के माध्यम से दोस्ती कर अपहरण कर फिरौती मांगने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने पांच घंटे के भीतर ही चार अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार करते हुए 2 बंधकों को उनके कब्जे से छुड़ाया है। बंधकों में एक युवक गुरुग्राम का और एक करनाल का रहने वाला है। अपहरणकर्ता दोनों युवकों को हरिद्वार ले जाने वाले थे। पुलिस ने उनके पास से 1 स्कॉर्पियो कार और 11 मोबाइल भी बरामद किए हैं।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार एक पिता ने पुलिस थाना राजेन्द्रा पार्क में कल एक लिखित शिकायत दी थी। जिसमें उसने बताया कि आज सुबह करीब 4.30 बजे उसका 20 वर्षीय बेटा जो न्यू कॉलोनी सेक्टर-07 के गुरुद्वारे में पूजा करने गया था, वापस नही लौटा। प्राप्त शिकायत पर पुलिस ने गुम/लापता होने से सम्बन्धित धारा 127(6) BNS के तहत अभियोग अंकित किया।अपराध शाखा पालम विहार व पुलिस थाना राजेन्द्रा पार्क की टीमों द्वारा संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए जांच में मामला अपहरण करके फिरौती मांगने का पाया। पुलिस टीमों द्वारा तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस तकनीकी सहायता से वारदात को अंजाम देने वाले 4 आरोपियों को आज उमरी चौक (कुरुक्षेत्र) से गिरफ्तार किया गया। जिनकी पहचान अजय(उम्र-21 वर्ष, शिक्षा-आईटीआई), दीपेश उर्फ दीपू (उम्र-18 वर्ष, शिक्षा-आईटीआई), आशीष उर्फ गोलू (उम्र-18 वर्ष, शिक्षा-बीए प्रथम वर्ष) तीनों निवासी गांव पिचोपा कलां, जिला चरखी दादरी (हरियाणा) व अनिल (उम्र-33 वर्ष, शिक्षा-12वी) निवासी गांव गदराई जिला चरखी दादरी (हरियाणा) के रूप में हुई। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से अपहरण हुए लड़के को सकुशल बरामद करके लड़के के कथन अंकित किए गए। जिसने बतलाया कि आरोपी लड़के उसे सोशल ऐप के माध्यम से मिले थे। जिन्होंने कल सुबह 4.30 बजे गोलचक्कर द्वारका एक्सप्रेस-वे से उसका किडनैप करके गाड़ी में लेकर गए और उसे नशे के इंजेक्शन देकर उसके परिवार से फिरौती मांगी। पीड़ित के कथन के आधार अभियोग में 140(2) BNS कि धारा ईजाद की गई।
आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि उनकी इस लड़के से ग्राइंडर सोशल मीडिया ऐप के माध्यम से 10 दिन पहले ही दोस्ती हुई थी। फिर ये आपस में बात करने लगे। पीड़ित कल जब गुरुद्वारे गया तब वे उससे नजदीक गोलचक्कर सेक्टर-09 द्वारका एक्सप्रेस-वे के पास मिले। उन्होंने किराए की गाड़ी (स्कॉर्पियो) में उस लड़के को बैठाकर उसका अपहरण करके हरिद्वार ले जाने वाले थे। इसलिए उन्होंने उसे नशे का इंजेक्शन लगा दिया और उसके परिवार से व्हाट्सऐप कॉल के माध्यम से फिरौती मांगी। उन्होंने फिरौती के 21 हजार रुपये मनप्रीत के बैंक खाते में, 6 हजार एक अन्य खाते में व 10 हजार रुपये मिलकर कुल 37 हजार रुपये की फिरौती वसूल की
पुलिस अनुसन्धान में यह भी ज्ञात हुआ कि आरोपियों ने जिस बैंक खाते में फिरौती के 21 हजार रूपये ट्रांसफर करवाए थे। वह बैंक खाता मनप्रीत के नाम से था। जिसका भी आरोपियों ने कल ही असंध करनाल से अपहरण किया था। जिसको पुलिस टीम द्वारा बरामद करके पुलिस थाना थानेसर सदर कुरुक्षेत्र के हवाले किया गया। आरोपी नशा करने के आदि है और नशे की पूर्ति के लिए उन्होंने अपहरण करने व फिरौती मांगने की वारदात को अंजाम दिया।
पुलिस टीम द्वारा आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयोग 1 कार (स्कॉर्पियो रंग काला) व 11 मोबाइल भी बरामद किए गए हैं। आरोपियों को अदालत में पेश किया जाएगा। अभियोग अनुसन्धानाधीन है।
अपील: गुरुग्राम पुलिस सभी आमजन से अपील करती है कि इस तरह की सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म/एप्लीकेशनों के माध्यम से अनजान लोगों से दोस्ती करते समय सावधान रहे। किसी परिजन या दोस्त को सूचित किए बिना इन एप्लीकेशन के माध्यम से दोस्त बने अपरिचित लोगों से मुलाकात न करे ।



