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कार्यकारी अभियंता को अतिरिक्त मोटर लगाने के आदेश
चरमरा जाती थी पेयजल आपूर्ति
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 27 दिसंबर। सेक्टर-21, 22 और 23 में अब पेयजल आपूर्ति की दिक्कत नहीं रहेगी। सेक्टर-23 की मुख्य सड़क पर ऑनलाइन बूस्टर पर लगी मोटर में आए दिन खराब रहती थी। जिससे वजह से सेक्टरवासियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। गुरुग्राम नगर निगम के आयुक्त डॉ. अशोक गर्ग ने पेयजल आपूर्ति का सुचारू रूप से जारी रखने के लिए कार्यकारी अभियंता को अतिरिक्त मोटर लगाने के आदेश जारी किए हैं।
सोमवार को मोटर खराब हो जाने के कारण सेक्टर-21, 22 और 23 पेयजल आपूर्ति नहीं हो पा रही थी, जिससे यहां के निवासियों को काफी परेशानी हो रही थी। इस ऑनलाइन बूस्टर पर लगी मोटर सोमवार को खराब हो गई थी। नगर निगम ने इस मोटर को ठीक करवाने के लिए भेज दिया। मंगलवार को यह मोटर आ गई, लेकिन एक साल में 10 से 15 बार यह मोटर खराब हो जाती है। गर्मियों में मोटर में खराबी के चलते पेयजल संकट की स्थिति पैदा हो जाती है। मंगलवार को इस समस्या को सेक्टर-23ए आरडब्ल्यूए की प्रधान नीरू यादव ने इस मामले को नगर निगम के आयुक्त के समक्ष व्हाट्स ऐप ग्रुप पर रखा। आयुक्त ने कार्यकारी अभियंता को आदेश जारी किए कि अतिशीघ्र अतिरिक्त मोटर की व्यवस्था की जाए। मोटर में खराबी के दौरान पानी की सप्लाई निरंतर जारी रहनी चाहिए।
आरडब्ल्यूए प्रधान नीरू यादव ने बताया कि गर्मियों में यह मोटर एक महीने में दो बार खराब हो जाती है। इस मोटर को ठीक करने में दो से तीन दिन का समय लग जाता है। इस स्थिति में पेयजल संकट पैदा हो जाता है। सेक्टर-21, 22 और 23 के करीब 10 हजार परिवारों को असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। सेक्टर-23ए की नॉर्थ जोन आरडब्ल्यूए की महासचिव पूजा सचदेव ने आयुक्त के इस आदेश को जनहित में होना बताया। सेक्टर-21 आरडब्ल्यूए के प्रधान प्रकाश लांबा ने बताया कि मुख्य पाइप लाइन के ऊपर यह ऑनलाइन बूस्टर लगा है। यह बूस्टर पूर्णतया जुगाड़ पर आश्रित है। नगर निगम के कनिष्ठ अभियंता से लेकर कार्यकारी अभियंता को शिकायत दे चुके हैं, लेकिन उनकी तरफ से ध्यान नहीं दिया जाता है। कई बार मोटर खराबी के कारण पानी की सप्लाई चरमरा चुकी है।
सेक्टर-23ए में गंदे पानी की आपूर्ति
सेक्टर-23ए में सीवर जाम के कारण कई घरों में दूषित पानी की आपूर्ति हो रही है। यह जानकारी देते हुए आरडब्ल्यूए प्रधान नीरू यादव ने बताया कि कनिष्ठ अभियंता और उपमंडल अभियंता को शिकायत दी थी, लेकिन यह गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। न तो सीवर जाम का दुरुस्त किया जा रहा है और न ही पानी की लीक पाइप लाइन का पता करके उसे दुरुस्त किया जा रहा है। करीब 200 परिवार इस वजह से बेहद परेशान हैं।