प्रेमी से शादी करना चाहती थी, गांव से भागकर गुरुग्राम आई, भाई के दोस्त ने विश्वास में लेकर चुन्नी से दबा दिया गला
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 20 दिसंबर। गुरुग्राम पुलिस ने युवती के ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी सुलझाते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी में एक युवती का भाई भी शामिल है। युवती घरवालों की मर्जी के खिलाफ प्रेम विवाह करना चाहती थी। जिस वजह से भाई ने उसकी हत्या की साजिश रची और अपने दोस्त से इसको अंजाम दिलवाया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस थाना मानेसर को 13 दिसंबर को ग्वालियर गांव के पास पंचगांव से पाड़ा-तावड़ू रोड़ पर धीरज ट्रेड्रस से थोड़ा पहले खंडहरनुमा ईंट और टीनों की झुग्गी में एक अज्ञात युवती की लाश मिली थी। युवती के गले पर चोट का निशान था। युवती की हत्या कहीं और करके लाश को यहां फेंका गया था। युवती के दाहिने हाथ कि कलाई पर गुड़िया लिखा हुआ था। पुलिस ने धारा 103 (1) बीएसएन में मामला दर्ज कर शव को पहचान के लिए पोस्टमार्टम हाउस में रखवा दिया था।
पुलिस को काफी प्रयासों के बाद युवती की पहचान पता चली। युवती की पहचान सुशीला (उम्र-19 वर्ष) निवासी गांव बाबसा जिला एटा (उत्तर-प्रदेश) के रूप में हुई थी।
अपराध शाखा मानेसर प्रभारी मनोज कुमार और थाना मानेसर प्रभारी सतेंद्र की टीमों ने इस मामले में संयुक्त कार्रवाई करते हुए इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले 2 आरोपियों को आज रामपुर चौक से काबू करके इस ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी को सुलझाने में बड़ी सफलता हासिल की है। आरोपियों की पहचान रविंद्र (उम्र-28 वर्ष) निवासी गांव बाबसा जिला एटा (उत्तर-प्रदेश) और पुष्पेंद्र (उम्र-30 वर्ष) निवासी गांव एत्मादपुर, जिला आगरा (उत्तर-प्रदेश) के रूप में हुई।
आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि आरोपी रविंद्र गुरुग्राम में निजी होटल में कुक का काम करता है और पुष्पेंद्र गुरुग्राम में टायर की दुकान पर हेल्पर का काम करता है। सुशीला रविंद्र की बहन थी। रविंद्र को पता चला कि सुशीला किसी लड़के के साथ विवाह करना चाहती है। तो वह सुशीला को गुरुग्राम से गांव बाबसा उत्तर-प्रदेश लेकर चला गया। 1 दिसंबर को सुशीला गांव बाबसा से भागकर गुरुग्राम आ गई। 9 दिसंबर को वह अपनी बहन सुशीला से मिला और घर जाने की बात कही तो सुशीला उसके साथ नहीं गई। तब रविंद्र ने अपने साथी पुष्पेंद्र को बताया कि सुशीला परिवार की मर्जी के खिलाफ एक लड़के से शादी करना चाहती है। तब दोनों ने सुशीला की हत्या करने की साजिश रची। साजिशानुसार पुष्पेंद्र ने सुशीला को 10 दिसंबर को बोला कि वह उसकी (सुशीला) शादी उसी के प्रेमी के साथ करवा देगा। पुष्पेंद्र ने ऐसा कहकर सुशीला को अपने विश्वास में ले लिया। इसके बाद रामपुरा चौक के पास से पुष्पेंद्र सुशीला को अपने साथ बाइक पर बैठाकर गांव ग्वालियर नजदीक पंचगांव रोड़ गुरुग्राम में बने खंडहरों में ले गया। वहां पर पुष्पेंद्र ने चुन्नी से गला दबाकर सुशीला की हत्या कर दी। इसके बाद पुष्पेंद्र ने कॉल कर रविंद्र को बुलाया और दोनों ने मिलकर सुशीला की लाश को दूसरी जगह फेंक दिया।
पुलिस द्वारा आरोपियों को न्यायालय में पेश करके पुलिस हिसारत रिमांड पर लिया जाएगा। पुलिस हिरासत रिमांड के दौरान आरोपियों से हत्या से संबंधित अन्य तथ्यों के बारे गहनता से पूछताछ करते हुए बरामदगी की जाएगी। अभियोग का अनुसंधान जारी है।



