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गुरुग्राम, 20 दिसंबर। आरटीआई कार्यकर्ता हरिंदर ढींगरा ने चेतावनी दी है कि यदि अरावली पर्वतमाला पर सरकार ने सही तथ्य अदालत के समक्ष पेश नहीं किए तो वे आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे।
हरिंदर ढींगरा ने अपने फेसबुक एकाउंट पर एक पोस्ट जारी कर कहा है…
मालूम हो कि हाल ही में पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने अरावली पर्वतमाला पर सख्त टिप्पणी करते हुए कहा था कि इसकी वैज्ञानिक और पर्यावरणीय सीमा-रेखा को लेकर किसी भी प्रकार की अस्पष्टता स्वीकार नहीं की जाएगी। हाईकोर्ट ने इस मामले में हरियाणा के प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) से एक शपथपत्र मांगा है। मामले की अगली सुनवाई अगले साल 9 जनवरी को होगी।
पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट की खंडपीठ ने 9 दिसंबर को याचिका सीडब्ल्यूपी-पीआईएल-150-2020 (हरिंदर ढींगरा बनाम राज्य हरियाणा एवं अन्य) की सुनवाई के दौरान हरियाणा सरकार को स्पष्ट दिशानिर्देश जारी किए थे। हरिंदर ढींगरा द्वारा याचिका अरावली क्षेत्र की वैज्ञानिक व कानूनी सीमा को लेकर दायर की गई है।



