
ऊना: जिला मुख्यालय ऊना के क्षेत्रीय अस्पताल में एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। अस्पताल के गायनी वार्ड के बाहर शॉर्ट सर्किट के कारण अचानक आग (Una Hospital Fire) लग गई, जिससे वार्ड में भर्ती गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं की सुरक्षा पर संकट मंडराने लगा। घटना के बाद अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई और मरीजों व उनके परिजनों में दहशत फैल गई।
रीजनल हॉस्पिटल ऊना के मेडिकल सुपरिटेंडेंट (एमएस) डॉ. संजय मनकोटिया ने जानकारी देते हुए बताया कि यह घटना मंगलवार सुबह घटी। गायनी डिपार्टमेंट के दो कमरों में मरीजों को भर्ती किया गया था और इन दोनों कमरों के बीच स्थित गली में लगाए गए बिजली के कंट्रोल पैनल में शॉर्ट सर्किट के कारण अचानक आग लग गई। कुछ ही पलों में अस्पताल परिसर में धुआं भर गया, जिससे वार्ड में मौजूद मरीजों और स्टाफ में हड़कंप मच गया।
घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर तैनात होमगार्ड के जवान और अस्पताल की स्टाफ नर्सें तुरंत हरकत में आईं और मरीजों को वार्ड से बाहर निकालने का कार्य शुरू कर दिया। उस समय गायनी वार्ड के दोनों कमरों में करीब 35-36 गर्भवती महिलाएं और प्रसूताएं अपने नवजात शिशुओं के साथ मौजूद थीं।
अग्निकांड की घटना के तुरंत बाद मरीजों को हाईटेक इमरजेंसी के पीछे बने एक अन्य वार्ड में सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया गया। वहीं, अस्पताल के कर्मचारियों ने अग्निशमन यंत्रों का उपयोग करते हुए आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू कर दी। मौके पर पहुंचे बिजली विभाग के कर्मचारियों ने तुरंत बिजली के कंट्रोल पैनल को शटडाउन कर दिया और जले हुए सभी उपकरणों को वहां से हटा दिया।
अस्पताल प्रशासन की मुस्तैदी और समय पर की गई कार्रवाई के चलते इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ। हालांकि, आग लगने की घटना से अस्पताल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। इस मामले में अस्पताल प्रबंधन ने जांच के आदेश दे दिए हैं और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा उपाय करने की बात कही है।