
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 5 मार्च। गुरुग्राम में द्वारका एक्सप्रेस-वे पर ट्राला व कार के बीच हुई जबरदस्त भिड़ंत में एचडीएफसी बैंक के मैनेजर की मौत हो गई। वह चरखी दादरी की शाखा में मैनेजर था। गुरुग्राम में बैंक के ही काम से आया था। हादसे के बाद इसके सबूत मिटाने के लिए एक कंपनी के कर्मचारियों पर तेल डालकर खून के धब्बे भी मिटाने का भी आरोप लगाया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस फरार ट्राला चालक की तलाश कर रही है। मृतक का 7 साल का बच्चा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार को चरखी दादरी स्थित एचडीएफसी बैंक की शाखा में मैनेजर सुनील कुमार गुरुग्राम में बैंक के काम से आया था। रात करीब साढ़े 11 बजे वह द्वारका एक्सप्रेस-वे पर अपनी गाड़ी से जा रहा था। इसी बीच एक कट से ट्राला निकला। जब तक सुनील गाड़ी पर नियंत्रण कर पाता, गाड़ी ट्राले से टकरा गई और बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। सुनील की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंची। सुनील कुमार के मोबाइल से ही उसके भाई सोमबीर को कॉल की गई।
पुलिस को दी शिकायत में सोमबीर ने बताया कि रात साढ़े 11 बजे उसके भाई के फोन से उसके पास कॉल आई थी। कॉल करने वाले ने बताया कि उसके भाई का एक्सीडेंट हो गया है। आनन-फानन में वे गुरुग्राम पहुंचे। तब तक सुनील को अस्पताल में ले जाया जा चुका था। वे आर्वी अस्पताल पहुंचे और सुनील के बारे में जानकारी ली। गंभीर रूप से घायल उसके भाई की मौत हो चुकी थी। परिजनों ने पुलिस को जानकारी दी कि एक्सप्रेस-वे पर अवैध रूप से रैंप बनाया गया है। वहां पर निर्माणाधीन क्रिसूमी सोसायटी व मैक्स रियल एस्टेट के ट्राले आते-जाते हैं। जब सुनील वहां से गुजर रहा था तो एक ट्राला वहां से निकल रहा था। इसी दौरान एक्सीडेंट हो गया। हादसे के बाद चालक ट्राला लेकर फरार हो गया। आरोप है कि उसके दूसरे साथियों ने मौके पर रैंप को तुरंत हटा दिया और तेल डाल कर खून व टायरों के निशान मिटा दिए, ताकि हादसे के कोई सबूत ना मिल पाए। इस हादसे की जांच कर रहे जांच अधिकारी कर्मबीर के मुताबिक पुलिस सूचना मिलने के बाद तुरंत ही मौके पर पहुंची थी। ट्राला चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश की जा रही है।