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Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 22 अप्रैल। बहुचर्चित मेदांता एयर होस्टेस डिजिटल रेप में हरियाणा सरकार के निर्देश के बाद बने मेडिकल बोर्ड ने कल पीड़िता की मेडिकल जांच की। स्वास्थ्य मंत्री आरती राव ने खुद इस मामले में गुरुग्राम की सीएमओ डॉ. अलका सिंह ने बात कर पूरी रिपोर्ट मांगी थी। बंगाल की एयर होस्टेस की मेडिकल जांच के बाद सीएमओ डॉ. अलका सिंह ने आरती राव को पूरी रिपोर्ट भेज दी है। रिपोर्ट में मेदांता में पीड़िता के भर्ती होने से लेकर डिस्चार्ज तक और उसके बाद डॉक्टरों के बोर्ड द्वारा मेडिकल जांच कराए जाने तक की जानकारी शामिल की है। डॉक्टरों ने अपनी रिपोर्ट में डिजिटल रेप का शक जताया है। हरियाणा सरकार ने डिजिटल रेप पीड़िता की दोबारा मेडिकल जांच कराई है।
वहीं, पीड़िता अभी पूरी तरह स्वस्थ्य नहीं हुई है, इसलिए डॉक्टरों के कहे अनुसार वह बेड रेस्ट पर है, इसलिए उसकी ट्रेनिंग भी लटक गई है, जिसके लिए वह एक महीने के लिए गुरुग्राम आई थी। प्रतिष्ठित एयरलाइंस कंपनी ने पीड़िता को यहां प्रशिक्षण के लिए भेजा था। इस ट्रेनिंग के दौरान एयर होस्टेस पानी में डूब गई थी, जिस वजह से उसकी तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद उसे मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां पर वेंटिलेटर पर पड़ी एयर होस्टेस से 6 अप्रैल की रात आरोपी टेक्नीशियन दीपक ने प्राइवेट पार्ट से छेड़छाड़ की थी। एयर होस्टेस ने डिस्चार्ज होने के बाद अपने पति को इसकी जानकारी दी थी, जिसके बाद पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसके बाद इस हाईप्रोफाइल मामले में पुलिस ने 800 सीसीटीवी फुटेज की जांच की और अस्पताल के स्टॉफ से पूछताछ की जिसके बाद आरोपी की पहचान हुई। जिसके बाद पुलिस ने गुरुग्राम से आरोपी टेक्नीशियन दीपक को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार डिजिटल रेप की वारदात को अंजाम देने के कुछ देर बाद आरोपी दीपक सेक्टर 39 में अपने कमरे पर गया था। यहां वह एक अपार्टमेंट में रहता है। वह रोजाना की तरह अस्पताल में अपनी ड्यूटी पर आता और सबकुछ सामान्य रहा। वह निश्चिंत हो गया था कि किसी ने भी उसे इस गंदी हरकत करते नहीं देखा था।
दरअसल मेदांता देश के बड़े टॉप निजी अस्पतालों में है। यहां देशभर के वीवीआईपी लोगों का इलाज तक होता है। ऐसे में मरीज की निजता का विशेष ख्याल रखा जाता है। वेंटिलेटर और आईसीयू एरिया में तो केवल उसी स्टाफ कर्मियों को जाने की अनुमति होती है, जिसकी रोस्टर में ड्यूटी लगाई जाती है। इसके अलावा सीसीटीवी भी इस तरह से लगाएं जाते हैं, जिससे किसी मरीज की निजता भी बनी रहे और पूरे एरिया की निगरानी भी की जा सके।
एयर होस्टेस गुरुग्राम में होने वाली ट्रेनिंग में हिस्सा लेने के लिए 31 मार्च को पहुंची थी। यहां वह कंपनी के अन्य स्टाफ के साथ सेक्टर 15 के एक होटल में ठहरी थी। उसकी ट्रेनिंग एक अप्रैल से एक महीने के लिए होनी थी। पांच मार्च को वह डिचिंग ड्रिल ट्रेनिंग के लिए सेक्टर 35 स्थित ट्रेनिंग सेंटर पहुंची थी।
एयर होस्टेस प्रशिक्षण के दौरान सुबह 11 बजे पानी में डूब गई थी और उसकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी। जिसके बाद स्टाफ के लोग उसे पास के एक निजी अस्पताल में ले गए। अगले दिन उसका पति गुरुग्राम पहुंचा और उसे मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया। इसी दौरान छह अप्रैल की रात करीब 9 बजे टेक्नीशियन दीपक ने उसके साथ डिजिटल रेप की घटना को अंजाम दिया।
डिचिंग ड्रिल ट्रेनिंग एक महत्वपूर्ण इमरजेंसी प्रक्रिया है, जो विमान के पानी में उतरने की स्थिति में सुरक्षित निकलना और जीवित रहने के लिए सभी केबिन क्रू और पायलट के लिए जरूरी होती है। इस ट्रेनिंग के दौरान लाइफ सेविंग राफ्ट की तैनाती, जैकेट का उपयोग, बचाव तकनीकों का अभ्यास और इमरजेंसी के वक्त टीमवर्क और लीडरशिप के बारे में बताया जाता है।
इस ट्रेनिंग में पानी में लैंडिंग के बाद जीवित रहने के लिए आवश्यक कौशल के बारे में बताया जाता है। इसके अतिरिक्त खराब मौसम, समुद्री स्थिति की जानकारी दी जाती है। केबिन क्रू के लिए डिचिंग ड्रिल ट्रेनिंग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।