
नई दिल्ली, 7 जून। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुग्राम में पिछले साल दिसंबर में हुए दो क्लबों में बम धमाकों के मामले में खालिस्तानी आतंकी गोल्डी बरार समेत पांच आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है। एनआईए ने पंचकूला की अदालत में भारतीय न्याय संहिता और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। जांच में पता चला कि आरोपी क्लबों को बम से उड़ाने की साजिश में शामिल थे। अधिकारियों ने आज यह जानकारी दी।
मालूम हो कि इससे पहले गैंगस्टर रोहित गोदारा बीकानेर ने दस दिसंबर को हुए इन धमाकों के दो दिन बाद सोशल मीडिया के जरिए इन धमाकों की जिम्मेदारी ली थी। इसमें उसने इन धमाकों के पूछे रंगदारी को जोड़ा था।
एनआईए ने शुक्रवार को पंचकूला की एक अदालत में दाखिल आरोपपत्र में कनाडा स्थित खालिस्तानी आतंकी सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बरार, सचिन तालियान, अंकित, भाविश और अमेरिका स्थित रणदीप सिंह उर्फ रणदीप मलिक के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), शस्त्र अधिनियम, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
अधिकारियों ने बताया कि मामले में बरार और मलिक को छोड़कर अन्य सभी को गिरफ्तार किया गया है। एनआईए ने पाया कि आरोपी गुरुग्राम के सेक्टर 29 में वेयरहाउस क्लब और ह्यूमन क्लब को बम से निशाना बनाने की साजिश में शामिल थे। आधिकारिक बयान के अनुसार, यह हरियाणा और आस-पास के इलाकों में हिंसा फैलाकर सांप्रदायिक विद्वेष फैलाने और शांति भंग करने की बैनर आतंकी गुट बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) की बड़ी साजिश का हिस्सा था।
प्रतिबंधित बीकेआई के सदस्यों और कार्यकर्ताओं द्वारा अंजाम दिया गया यह हमला पिछले साल 10 दिसंबर को हुआ था। एनआईए की जांच में बाद में पता चला कि गोल्डी बरार और उसके सहयोगियों द्वारा यह आतंकी साजिश रची गई थी। एनआईए ने अपने एक बयान में यह बात कही थी।