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गुरुग्राम/फरीदाबाद, 16 जुलाई। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने फरीदाबाद के ऐतिहासिक गांव अनंगपुर पर आज गुरुग्राम में प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस को घेरते हुए आरोप लगाया कि जो समस्या पैदा करने वाले हैं, वही आज विरोध में खड़े हैं। सैनी ने कहा कि अनंगपुर में तोड़फोड़ सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर हो रही है, हम केवल अदालत के फैसले पर ही अमल कर रहे हैं। उन्होंने साथ ही आश्वासन दिया कि सरकार सुप्रीम कोर्ट में इस पर अपना पक्ष रखेगी। उधर, कांग्रेस ने भी मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के बयान पर तुरंत पलटवार किया है। कांग्रेस ने कहा कि मुख्यमंत्री पहले असली हकीकत जाने उसके बाद ही कुछ बयान दें।
अनंगपुर गांव पर पत्रकारों के प्रश्न पर सीएम नायब सिंह सैनी ने कांग्रेस पर आरोप मढ़ते हुए कहा कि जिन लोगों ने अनंगपुर की समस्या को जन्म दिया है और जिनके कारण यह समस्या पैदा हुई है, वही लोग आज विरोध में खड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि हमने सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का हमेशा पालन किया है, लेकिन कांग्रेस ने कभी भी सर्वोच्च न्यायालय के फैसलों का सम्मान नहीं किया। आज भी कांग्रेस के नेता अपने-आप को सुप्रीम कोर्ट से ऊपर मानते हैं। कांग्रेस ने कभी भी संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों का सम्मान नहीं किया है।
सीएम सैनी ने कहा कि तोड़फोड़ को लेकर केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर और फरीदाबाद के विधायकों ने अनंगपुर की कमेटी के साथ मुलाकात की है। हमने उनसे कहा है कि हम आपकी बात को सुप्रीम कोर्ट के सामने सीसी कमेटी के माध्यम से रखेंगे। सीसी कमेटी सुप्रीम कोर्ट को अवगत कराएगी, क्योंकि हमने जो कार्रवाई की है वह सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर की है। पत्रकारों से बातचीत के दौरान सीएम के साथ केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने भी खड़े हुए थे।
सीएम ने कहा कि अनंगपुर गांव सैकड़ो साल से बसा हुआ है। हम सुप्रीम कोर्ट से यह निवेदन करेंगे की उसके ऊपर विचार किया जाए, क्योंकि वहां गरीब परिवार हैं। जो भी फैसला सुप्रीम कोर्ट करेगा हम उसे सर माथे लेंगे। उन्होंने कहा कि विकास और पर्यावरण दोनों पर हमारा विश्वास है।
कांग्रेस का पलटवार
उधर, मुख्यमंत्री सैनी के बयान पर कांग्रेस ने भी प्रतिक्रिया दी है। फरीदाबाद में कांग्रेस नेता विजय प्रताप ने इस पर कहा कि मुख्यमंत्री अनंगपुर को गरीबी की चादर मत चढ़ाओ। आपको अधिकारियों ने सही जानकारी नहीं दी है। आप पहले सही जानकारी प्राप्त करें और उसके बाद आप कोई बयान दें। मुख्यमंत्री साथ में ही सुप्रीम कोर्ट के अंदर सही पक्ष रखे, क्योंकि अधिकारियों ने गांव की साढ़े चार हजार एकड़ पहाड़ को जंगलात में डाल दिया है। पहले इसे ठीक कर सुप्रीम कोर्ट के सामने पक्ष रखें।