
file photo source: social media
गुरुग्राम, 28 मई। गुरुग्राम में साइबर ठगों ने एक युवक को डिजिटल बंधक बनाकर 71,876 रुपये की ठगी की। साइबर ठगों ने युवक को मनी लॉन्ड्रिंग में फंसाने की धमकी दी थी। मानेसर साइबर थाना पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस को दी शिकायत में मुजफ्फरनगर निवासी रमन कुमार सिंह ने बताया कि 3 फरवरी को उसे डीएचएल की तरफ से कॉल आई। जिसमें दावा किया गया कि उनका एक शिपमेंट कस्टम में फंसा हुआ है, जिसमें क्रेडिट कार्ड, पासपोर्ट और ड्रग जैसी संदिग्ध वस्तुएं हैं। जब उसने इस शिपमेंट से इनकार किया तो कॉल करने वाले ने कहा कि उनकी पहचान चुराकर कोई अवैध गतिविधि की जा रही है और वह तुरंत एफआईआर दर्ज कराएं।
इसके बाद साइबर ठग ने रमन की कॉल को एक कथित पुलिस अधिकारी से जोड़ दिया, जिसने व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल की। इस कॉल के दौरान ठग ने रमन का आधार नंबर ले लिया और करीब तीन घंटे तक बात करते हुए उन्हें डिजिटल बंधक बनाकर रखा। साइबर ठग ने दावा किया कि उसकी शिकायत दर्ज हो गई है और उसकी कॉपी उसे भेज दी जाएगी। इसके बाद साइबर ठग ने रमन को बताया कि उसके नाम से केनरा बैंक में एक खाता है, जिसका उपयोग मनी लॉन्ड्रिंग के लिए हो रहा है। रमन ने इसका खंडन किया, लेकिन आरोपी ने फर्जी सबूत पेश किए और कहा कि उसके सभी बैंक खातों की जांच की जाएगी और उन्हें फ्रीज करना होगा।
साइबर ठगों ने रमन की कई कथित अधिकारियों और एक वकील से भी बात करवाई, जिसने फर्जी कोर्ट ऑर्डर और गिरफ्तारी वारंट दिखाकर उसे डराया। रमन ने डर कर अपने बैंक खातों से कुल 71,876 रुपये ठगों के बताए खाते में ट्रांसफर कर दिए। ठगों ने रमन को कोर्ट की फर्जी रसीद भी प्रदान की, जिसमें दावा किया गया कि सत्यापन के बाद उनका पैसा वापस कर दिया जाएगा।