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फरीदाबाद (अजय वर्मा), 18 अगस्त। यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने के चलते जिले में बाढ़ का खतरा गहराने लगा है। हालात को देखते हुए फरीदाबाद के उपायुक्त विक्रम सिंह यादव ने जिला प्रशासन और संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक कर उन्हें अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए। डीसी ने कहा कि बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार है और किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जाएगी। जमुना के पानी के चलते कई लोग अपने घर का सामान लेकर छतों पर चढ़ गए हैं। ऐसे में कई लोग वहां से घर छोड़ने और निकलने को तैयार नहीं है, जबकि प्रशासन द्वारा ऊंचे स्थानों पर सरकारी स्कूलों और पंचायत भवन में शेल्टर होम बनाए गए हैं और अपील की जा रही है कि प्रभावित क्षेत्र से वह घर छोड़कर निकले।
डीसी विक्रम सिंह यादव ने बताया कि लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रभावित क्षेत्रों के सभी गांवों में मुनादी कराकर लोगों को सतर्क किया जा रहा है। ग्रामीणों को यह हिदायत दी गई है कि वे रात के समय यमुना नदी के किनारे न जाएं, क्योंकि खतरा और बढ़ सकता है।
उन्होंने ग्रामीणों और आम नागरिकों से अपील की है कि सस्ते प्लॉट के लालच में बाढ़ प्रभावित और अवैध जगहों पर मकान न बनाएं। ऐसे स्थान पर निर्माण करना न सिर्फ खतरनाक है, बल्कि कानूनन भी गलत है। उन्होंने चेतावनी दी कि अवैध प्लॉटिंग करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी, चाहे वे एमसीएफ (नगर निगम फरीदाबाद) के अंतर्गत् आते हों या डीटीपी (टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग) के।
जिला उपायुक्त विक्रम सिंह यादव ने जानकारी दी कि हथिनीकुंड बैराज से करीब 1 लाख 78 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जो अगले 48 से 72 घंटे में फरीदाबाद पहुंच जाएगा। ऐसे में नदी के जलस्तर में आज शाम से ही तेजी से बढ़ोतरी की आशंका है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सभी लोगों को पूरी सावधानी बरतने और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने की आवश्यकता है।