गुरुग्राम : रोहतक साइबर क्राइम थाना पुलिस ने एक बड़े साइबर ठगी गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए गुरुग्राम से छह युवकों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी व्हाट्सएप और अन्य ऑनलाइन माध्यमों के जरिए लोगों को मोटे मुनाफे का लालच देकर ठगी करते थे। पुलिस ने इनके कब्जे से 11 लाख 80 हजार रुपए नकद, 23 अलग-अलग बैंकों की चेक बुक, 19 एटीएम कार्ड और 7 मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
गिरफ्तार आरोपी हरियाणा के विभिन्न जिलों—रोहतक, झज्जर, चरखी दादरी, भिवानी और सोनीपत के रहने वाले हैं। ये सभी गुरुग्राम की अलग-अलग सोसाइटी में फ्लैट लेकर रहते थे और वहीं से अपना साइबर ठगी का नेटवर्क चला रहे थे। फिलहाल पुलिस इनसे गहन पूछताछ कर रही है और गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है।
साइबर थाना पुलिस के इंचार्ज कुलदीप सिंह ने बताया कि 30 जनवरी को एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उसने बताया कि उसे मोटे मुनाफे का लालच देकर 2.48 लाख रुपए की ठगी की गई। इस शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की और साइबर तकनीकों की मदद से आरोपियों तक पहुंचने में कामयाबी हासिल की।
ये आरोपी व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर इन्वेस्टमेंट से जुड़ी फर्जी स्कीमों के मैसेज भेजते थे। जैसे ही कोई व्यक्ति इनकी बातों में आकर पैसे निवेश करता, ये उस रकम को तुरंत निकालकर क्रिप्टोकरंसी में बदल देते थे और फिर उसे अन्य खातों में ट्रांसफर कर देते थे। इस तरह वे पुलिस की पकड़ से बचने की कोशिश करते थे।
फिलहाल पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है ताकि इस ठगी नेटवर्क के अन्य सदस्यों का भी पता लगाया जा सके। साथ ही, जिन बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर किए गए हैं, उनकी भी जांच की जा रही है। जल्द ही इस रैकेट में शामिल अन्य लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है। साइबर थाना पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे व्हाट्सएप या सोशल मीडिया पर मोटे मुनाफे के लालच में आकर किसी भी स्कीम में पैसे न लगाएं। ऐसे मैसेज अक्सर ठगी के लिए भेजे जाते हैं और इनका मकसद लोगों को धोखा देना होता है।
अगर आपको इस तरह के किसी संदिग्ध संदेश या कॉल का सामना हो, तो तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर या नजदीकी पुलिस थाने में शिकायत करें। पुलिस ने यह भी कहा कि बैंकिंग या क्रिप्टोकरंसी से जुड़े किसी भी इन्वेस्टमेंट से पहले पूरी जांच-पड़ताल करें ताकि ठगी का शिकार होने से बचा जा सके।