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गुरुग्राम, 17 दिसंबर। ब्लू बेल्स मॉडल स्कूल सेक्टर-4 में मंगलवार को कौशल बोध पर आधारित एक दिवसीय सीबीएसई कौशल शिक्षा कार्यान्वयन क्षमता निर्माण कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में दिल्ली, हरियाणा एवं निकटवर्ती क्षेत्रों से लगभग 200 शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की, जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 एवं एनसीएफएसई 2023 के अनुरूप कौशल शिक्षा को सुदृढ़ करने की सामूहिक प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस अवसर पर सौम्या गुलाटी, एसोसिएट डायरेक्टर – अकादमिक डेवलपमेंट एंड इनोवेशन की उपस्थिति ने कार्यक्रम को अकादमिक दिशा एवं प्रेरणा प्रदान की।

कार्यक्रम का शुभारंभ पंजीकरण, स्नेहपूर्ण स्वागत एवं संक्षिप्त ध्यान सत्र के साथ हुआ, जिससे पूरे दिन के लिए एक सकारात्मक एवं एकाग्र वातावरण निर्मित हुआ। सहभागियों के बीच आपसी संवाद एवं सहभागिता को प्रोत्साहित करने हेतु प्रभावी आइस-ब्रेकर गतिविधियां आयोजित की गईं। सत्रों का कुशल संचालन सीबीएसई के संसाधन व्यक्तियों डॉ. श्यादा राणा, डॉ. शालिनी वर्मा, अलका सिंह एवं मोना शर्मा द्वारा किया गया, जिन्होंने मध्य स्तर पर व्यावसायिक शिक्षा के वैचारिक एवं व्यावहारिक पक्षों पर विस्तृत मार्गदर्शन प्रदान किया।
प्रतिभागियों को एनईपी एवं एनसीएफएसई के अंतर्गत कौशल शिक्षा के उद्देश्य, ढांचे तथा कौशल बोध के पाठ्यक्रमीय लक्ष्यों, दक्षताओं एवं अधिगम परिणामों की गहन समझ प्राप्त हुई। परियोजना आधारित अधिगम, कार्य के तीन स्वरूपों तथा परियोजनाओं की संरचना एवं प्रवाह पर हुए विस्तृत विमर्श से शिक्षकों को कक्षा में प्रभावी कार्यान्वयन की स्पष्ट कल्पना प्राप्त हुई। कौशल शराड्स, परियोजनाओं से कौशल पहचान, केस स्टडी तथा प्रतिभागियों की प्रस्तुतियों जैसी गतिविधियों ने अधिगम को और अधिक सजीव एवं सार्थक बनाया।
कार्यशाला में कौशल बोध के अंतर्गत मूल्यांकन की रणनीतियों पर भी प्रकाश डाला गया तथा कौशल आधारित अधिगम के लिए उपयुक्त उपकरणों एवं तकनीकों से परिचित कराया गया। कार्यक्रम का समापन प्रतिपुष्टि सत्र एवं व्यवहारिक कार्ययोजना के साथ हुआ, जिससे शिक्षकों को कौशल बोध को विद्यालय की समय-सारिणी एवं शिक्षण प्रक्रिया में आत्मविश्वास के साथ समाहित करने हेतु सशक्त बनाया गया।



