आईकैट परिसर में भव्य स्वागत, वरिष्ठ अधिकारियों ने हरी झंडी दिखाकर रैली को किया रवाना
28 राज्यों, 8 केंद्रशासित प्रदेशों सहित भूटान–नेपाल तक पहुँची दुनिया की सबसे लंबी ईवी रैली
इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति जन-जागरूकता और सतत हरित परिवहन को बढ़ावा देने की मजबूत पहल
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 17 दिसंबर। दुनिया की सबसे लंबी इलेक्ट्रिक वाहन रैली के रूप में पहचानी जाने वाली भारत महा ईवी रैली ने अपनी ऐतिहासिक यात्रा का 100वाँ दिन सफलतापूर्वक पूर्ण करते हुए आईकैट मानेसर (हरियाणा) पहुँचकर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। इस अवसर पर आईकैट परिवार द्वारा रैली का भव्य स्वागत किया गया।
आईकैट परिसर से रैली को मधुसूदन जोशी (डीजीएम—टेक्निकल हेड), प्रशांत विजय (डीजीएम—ऑपरेशंस), पवन ठाकुर (मीडिया हेड) एवं प्रीतम सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर आईकैट के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
यह रैली केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (सड़क परिवहन एवं राजमार्ग) तथा केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल (वाणिज्य एवं उद्योग) के शुभाशीर्वाद से आयोजित की जा रही है।
इस जन-जागरूकता अभियान को देशभर के मुख्यमंत्रियों, राज्यपालों, केंद्रीय एवं राज्य मंत्रियों, बड़े एवं एमएसएमई ईवी निर्माताओं, डीलर–डिस्ट्रिब्यूटरों तथा आईआईटी, आईआईएम, एनआईटी और विभिन्न विश्वविद्यालयों सहित अनेक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों का व्यापक समर्थन प्राप्त हुआ है। अब तक यह रैली 28 राज्यों और 8 केंद्रशासित प्रदेशों से होकर गुजर चुकी है।
इसके अंतर्गत दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, केरल, पुडुचेरी, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, झारखंड सहित वर्तमान में पश्चिम बंगाल, असम, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, नागालैंड, मिजोरम, मेघालय, त्रिपुरा, बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश एवं जम्मू-कश्मीर शामिल हैं। इसके अतिरिक्त रैली ने भूटान और नेपाल की भी यात्रा की है।
विभिन्न राज्यों में अनेक गणमान्य व्यक्तियों द्वारा रैली को हरी झंडी दिखाई गई। नागपुर (महाराष्ट्र) में आरएसएस के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत द्वारा भी इस सामाजिक जागरूकता अभियान को आशीर्वाद प्रदान किया गया।
रैली का प्रमुख उद्देश्य इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाना, ईवी से जुड़ी भ्रांतियों एवं आशंकाओं को दूर करना तथा यह सिद्ध करना है कि इलेक्ट्रिक वाहनों से लंबी दूरी की यात्रा पूर्णतः संभव है। इस पहल से देशभर में ईवी को अपनाने तथा आवश्यक बुनियादी ढाँचे के सतत विकास को नया बल मिला है।
रैली के दौरान सैकड़ों शैक्षणिक संस्थानों एवं विश्वविद्यालयों का दौरा किया गया। इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल एसोसिएशन (IFEVA) के अध्यक्ष डॉ. राजीव मिश्रा के नेतृत्व में टीम ने अनेक आईआईटी, आईआईएम एवं विश्वविद्यालयों में शिक्षकों और विद्यार्थियों से संवाद किया। विद्यार्थियों ने ईवी ड्राइव का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त किया और इस अभियान में उत्साहपूर्वक सहभागिता निभाई।
IFEVA द्वारा आयोजित यह रैली भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की वर्तमान स्थिति को समझने और भविष्य की दिशा तय करने की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण पहल है। सरकारी प्रतिनिधियों, उद्योग जगत, शैक्षणिक संस्थानों एवं उपभोक्ताओं से प्राप्त अनुभव और सुझाव आने वाली नीतियों एवं योजनाओं को प्रभावी दिशा प्रदान करेंगे।
इस ऐतिहासिक अभियान का नेतृत्व डॉ. राजीव मिश्रा (अध्यक्ष), डॉ. शैलेन्द्र सरोज (चेयरमैन), श्रीनिवास कुमार येर्रापोथु (ग्लोबल वाइस प्रेसिडेंट), डॉ. दीपक वाधवा (अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष—बैटरी), देवेश गर्ग (निदेशक, IFEVA ग्रीन एनर्जी फाउंडेशन), रामेन्दु दीक्षित (पब्लिसिटी एवं मीडिया विशेषज्ञ), सुधीर के. पुंधीर (अध्यक्ष—हरियाणा, वेस्ट मैनेजमेंट), आमिर सिद्दीकी (अध्यक्ष—दिव्यांग प्रकोष्ठ), दिव्या गोयल (उपाध्यक्ष—दिव्यांग प्रकोष्ठ) सहित IFEVA के अन्य सदस्यों द्वारा किया जा रहा है।
यह पहल सतत, स्वच्छ और हरित परिवहन के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को और अधिक सुदृढ़ करती है तथा देश को इलेक्ट्रिक वाहन क्रांति के अग्रणी देशों की पंक्ति में स्थापित करने की दिशा में एक मजबूत कदम है।



