राव नरवीर के फिर बिगड़े बोल, स्व. राकेश दौलताबाद को लपेटा, पूर्व एमएलए के बेटे ने किया पलटवार
गुरुग्राम, 5 दिसंबर। अपने बयानों से हमेशा सुर्खियां बटोरने वाले राज्य के कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह एक बार फिर से अपने बयान को लेकर सुर्खियों में आ गए हैं। इस बार उन्होंने बादशाहपुर के पूर्व विधायक और स्वर्गीय राकेश दौलताबाद पर निशाना साधा। उन्होंने इस विधानसभा चुनाव में दौलताबाद से कम वोट मिलने का दर्द बयां करते हुए राकेश दौलताबाद के विकास कार्यों पर ही प्रश्नचिन्ह लगा दिया। इससे आहत राकेश दौलताबाद के बेटे ने राव नरबीर सिंह पर पलटवार किया है। जिससे क्षेत्र की राजनीति एक बार फिर से गरमा गई है।
दरअसल, 1 दिसंबर को हाजीपुर पातली में हुए एक कार्यक्रम के दौरान राव नरबीर सिंह ने कहा कि 2014 से 2019 के अपने कार्यकाल में उन्होंने दौलताबाद में करीब 15 करोड़ रुपये विकास कार्यों पर खर्च किए, लेकिन 2024 के विधानसभा चुनावों में उन्हें वहां से समर्थन नहीं मिला।
यही नहीं, राव नरबीर सिंह ने पूर्व विधायक राकेश दौलताबाद को लेकर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राकेश दौलताबाद ने अपने पूरे कार्यकाल में सिर्फ 15 लाख रुपये खर्च किए, लेकिन इसके बावजूद लोगों ने उनका साथ दिया। राव नरबीर सिंह यहीं नहीं रुके। उन्होंने वोटिंग पैटर्न पर सवाल उठाते हुए कहा कि “राकेश दौलताबाद की पत्नी को जाट होने के बावजूद वोट नहीं दिया गया। मुझे अहीर होने के कारण वोट नहीं मिला, लेकिन कांग्रेस नेता वर्धन यादव, जो खुद भी अहीर हैं, उन्हें वोट क्यों दिए गए? और अगर किसी अहीर को ही वोट देना था, तो मुझे ही दे देते।”
राव नरबीर सिंह के इस बयान ने राजनीतिक गर्मी बढ़ा दी है। अब इस विवाद पर पूर्व विधायक राकेश दौलताबाद के बेटे मिलन ने पलटवार किया है। मिलन ने अपने पिता के विकास कार्यों का पूरा ब्यौरा सामने रखते हुए कहा कि राव नरबीर सिंह के आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने साफ कहा कि उनके पिता ने क्षेत्र में वास्तविक और जमीनी विकास कराया है, और जनता सब जानती है। मिलन ने और क्या कहा… किस तरह जवाब दिया… ये देखिए हमारी इस खास रिपोर्ट में….
मालूम हो कि बादशाहपुर के तत्कालीन विधायक राकेश दौलताबाद मई 2024 में हृदय गति रुकने से निधन हो गया था। दौलताबाद में 17 मार्च 1980 को पिता जिले सिंह व माता रोशनी देवी के घर राकेश दौलताबाद का जन्म हुआ था। राकेश दौलताबद युवावस्था से ही समाजसेवा में सक्रिय हो गए थे। उन्होंने वर्ष 2009, 2014 तथा वर्ष 2019 में तीन बार बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा।
बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र के ऊपर राकेश दौलताबाद की जबरदस्त पकड़ थी। वर्ष 2019 के दौरान मोदी लहर के बाद भी भाजपा प्रत्याशी मनीष यादव को 10,142 मतों से चुनाव में हरा दिया था। जीतने के बाद उन्होंने प्रदेश की भाजपा सरकार को समर्थन दे दिया था। उन्हें हरियाणा कृषि उद्योग विकास निगम के चेयरमैन की जिम्मेदारी दी गई थी। राजनीति में आने से पहले वह परिवर्तन संघ नामक संगठन के माध्यम से सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय थे।



