
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 30 मार्च। 18 अप्रैल से गुरुग्राम में शुरू हो रहे ग्लोबल इंडियन प्रवासी कबड्डी लीग (जीआईपीकेएल) को लेकर खिलाड़ियों का उत्साह देखने लायक है। यह लीग पहले ही वैश्विक स्तर पर ध्यान का केंद्र बनी हुई है। लीग में मिस्र, केन्या, अर्जेंटीना, जर्मनी, इंग्लैंड, नॉर्वे और पोलैंड जैसे देशों की टीमें भाग ले रही हैं। जीआईपीकेएल के पहले सीजन में कुल 12 टीमें (6 पुरुष और 6 महिला) प्रतिस्पर्धा करने वाली हैं। दुनिया भर के दर्शकों को लीग से जोड़ने के लिए इसे सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क पर लाइव प्रसारित किया जाएगा।
कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों ने लीग में भाग लेने को लेकर अपनी खुशी जाहिर की है। अपने खेल के प्रति प्यार और कबड्डी के जन्मस्थान भारत में खेलने के अवसर को एक अद्भुत अनुभव बताते हुए उन्होंने अपने विचार साझा किए हैं।
पोलैंड की महिला कबड्डी टीम की कप्तान ने अपनी उत्सुकता जाहिर करते हुए कहा कि, ‘मैं पोलैंड की राष्ट्रीय कबड्डी टीम की कप्तान हूं और भारत में होने वाली इस बहुप्रतीक्षित लीग का हिस्सा बनने के लिए बहुत उत्सुक हैं।‘ उसके अलावा हंगरी की महिला टीम की कप्तान ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि ‘जीआईपीकेएल का हिस्सा होना मेरे लिए गर्व की बात है और मैं अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए तैयार हूं।‘ इस क्रम में हंगरी की ही एक अन्य खिलाड़ी ने कहा कि ‘भारत में इतनी बड़ी लीग में खेलना और और देश की सभ्यता को दर्शकों के सामने उजागर करना एक अलग अनुभव होने वाला है।‘
इसके अलावा हांगकांग चाइना की महिला टीम की कप्तान ने कहा कि ‘मैं जीआईपीकेएल का हिस्सा बनने और भारत के सभी कबड्डी प्रशंसकों के सामने अपने कौशल का प्रदर्शन करने के लिए बेहद उत्साहित हूं।‘ उनकी एक साथी खिलाड़ी ने भी अपनी भावना साझा करते हुए कहा कि ‘मैं भारत आने और जीआईपीकेएल का हिस्सा बनने के लिए इंतजार नहीं कर पा रही हूं और जल्द ही दर्शकों के सामने आने को तैयार हूं।‘
इंग्लैंड के खिलाड़ी भी इस टूर्नामेंट को लेकर बहुत रोमांचित हैं। टीम के एक खिलाड़ी ने कहा कि ‘हैलो इंडिया, मैं इंग्लैंड से हूं, और मैं भारत आकर ग्लोबल इंडियन प्रवासी कबड्डी लीग में खेलने के लिए बेहद उत्साहित हूं।‘ इंग्लैंड के खिलाड़ी एलेक्स ने अपने अपने भाव साझा करते हुए कहा कि ‘मुझे कबड्डी से बहुत लगाव है, और मैं इस चुनौती के लिए पूरी तरह से तैयार हूं।‘
जीआईपीकेएल महिला लीग के संस्थापक कार्तिक डम्मू जो अब पुरुषों की आईपीकेएल लीग के साथ विलय हो चुकी है ने कहा कि ‘मुझे विदेशी खिलाड़ियों को ग्लोबल इंडियन प्रवासी कबड्डी लीग में अपना कौशल दिखाते हुए देखने का बेसब्री से इंतजार है। कबड्डी एक ऐसा खेल है जिसकी जड़ें भारत में हर जगह फैली हुई हैं और इसे वैश्विक स्तर पर फैलते देखना काफी रोमांचक करने वाला है। विभिन्न देशों के एथलीटों की इस लीग में भागीदारी खेल के स्तर को ऊंचा करेगी और कुछ नया देखने को मिलेगा। यह लीग वास्तव में एक अंतरराष्ट्रीय कबड्डी अनुभव की शुरुआत है और मैं इसे देखने के लिए उत्साहित हूं।‘
आईपीकेएल के सोहन तुसिर और जस्ट कबड्डी लीग के संस्थापक ने खिलाड़ियों की प्रतिभा को लेकर भरोसा जताते हुए कहा कि ‘यह लीग दुनियाभर में कबड्डी के नए उभरते सितारों के लिए मार्ग प्रशस्त करेगी और उन प्रतिभाओं को एक बड़ा मंच देगी जो इस मौके का बेसब्री से इंतजार कर रही हैं।‘
पिछले हफ्ते दिल्ली में आयोजित एक भव्य समारोह के दौरान जीआईपीकेएल ने अपनी चैंपियनशिप ट्रॉफी का अनावरण किया था। इस अवसर पर डी. सुरेश (आईएएस, प्रधान सचिव, उद्योग और वाणिज्य, हरियाणा सरकार), पूर्व भारतीय कबड्डी टीम के कप्तान दीपक हूडा और होलिस्टिक इंटरनेशनल प्रवासी स्पोर्ट्स एसोसिएशन (हिप्सा) की अध्यक्ष कांति डी. सुरेश भी मौजूद थे। हिप्सा इस लीग की प्रशासनिक संस्था और आधिकारिक संस्था है। लीग में पुरुष और महिला दोनों टीमों के विजेता होंगे, लेकिन उसका प्रारूप कुछ संतरा से तैयार किया गया है कि ट्रॉफी उठाने का गौरव सिर्फ एक टीम को ही प्राप्त होगा।
महिला टीमेंः
मराठी फाल्कन्स, भोजपुरी लेपर्डेस, तेलुगु चीता, तमिल लायनेस, पंजाबी टाइग्रेस और हरियाणवी ईगल्स
पुरुष टीमेंः
मराठी वल्चर, भोजपुरी लेपर्ड्स, तेलुगु पैंथर्स, तमिल लायंस, पंजाबी टाइगर्स और हरियाणवी शार्क्स
हिप्सा हमेशा से ही कबड्डी के वैश्विक विकास को बढ़ावा देने के लिए कई प्रयास करती आई है। मार्च 2024 में हिप्सा ने हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय की उपस्थिति में हरियाणा के पंचकूला में ताऊ देवीलाल स्टेडियम में एक आयोजन कर कबड्डी को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी शामिल करवाया था।