
गुरुग्राम, 23 मई। आपातकालीन एवं आपदा प्रबंधन को और अधिक सशक्त व प्रभावी बनाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा सोहना के उपमंडल अधिकारी एवं रजिस्ट्रिंग अथॉरिटी कार्यालय परिसर में एक दिवसीय सिविल डिफेंस प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें उपमंडल क्षेत्र से आए स्वयंसेवकों के साथ-साथ स्कूलों के विद्यार्थियों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया।
शिविर का आयोजन उपायुक्त एवं सिविल डिफेंस कंट्रोलर अजय कुमार के दिशानिर्देशों में किया गया। प्रशासन का उद्देश्य आपदा की स्थिति में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया के लिए नागरिकों को तैयार करना है।
इस अवसर पर सोहना के उपमंडल अधिकारी (एसडीएम) संजीव कुमार ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि आपातकालीन एवं आपदा के समय स्वयंसेवकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। इस प्रकार के प्रशिक्षण शिविर युवाओं में न केवल आत्मविश्वास बढ़ाते हैं, बल्कि समाज सेवा की भावना को भी प्रोत्साहित करते हैं। हमें प्रत्येक नागरिक को इस दिशा में जागरूक और प्रशिक्षित करना चाहिए।
प्रशिक्षण भारत सरकार के ‘सिविल डिफेंस एक्ट’ के अनुसार दिया गया, जिसमें प्राथमिक उपचार, बचाव तकनीकों एवं आपातकालीन स्थितियों से निपटने की व्यवहारिक जानकारी शामिल थी। रेडक्रॉस सोसाइटी और सिविल डिफेंस के विशेषज्ञों ने मिलकर प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया। इस दौरान स्वयंसेवकों को प्राथमिक उपचार की विधियों का अभ्यास कराया गया।
शिविर में भाग लेने वाले वालंटियर्स ने इसे उपयोगी और प्रेरणादायक अनुभव बताया। उनका कहना था कि यह प्रशिक्षण न केवल उन्हें नई जानकारियां देता है, बल्कि आपातकालीन स्थिति में समाज की सेवा का अवसर भी प्रदान करता है।
प्रशासन ने आम नागरिकों से आह्वान किया है कि वे सिविल डिफेंस के साथ जुड़कर आपदा प्रबंधन की इस मुहिम में सहयोग करें। भविष्य में ऐसे और शिविर आयोजित किए जाएंगे, ताकि हर नागरिक संकट की घड़ी में मददगार बन सके।
इस दौरान, चीफ वार्डन मोहित शर्मा, सिविल डिफेंस के कार्यालय स्टाफ से सुरेंद्र एवं संदीप, रेडक्रॉस से रोहताश और नायब तहसीलदार सुरेश कौशिक समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।