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गुरुग्राम, 29 मई। हरियाणा सरकार के सुशासन एवं जनकल्याणकारी दृष्टिकोण को साकार करते हुए जिला प्रशासन द्वारा बुधवार को मानेसर उपमंडल के गांव राठीवास (जाट) में रात्रि ठहराव कर ग्रामीणों की समस्याओं की जनसुनवाई की गई। यह रात्रि ठहराव कार्यक्रम राज्य सरकार द्वारा शुरू किए गए उस महत्त्वपूर्ण अभियान का हिस्सा है जिसका उद्देश्य प्रशासन को आमजन के और अधिक समीप लाना है। रात्रि ठहराव कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डीसी अजय कुमार ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ ग्रामीणों से सीधा संवाद कर उनकी समस्याएं सुन मौके पर समाधान किया। इस दौरान सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ देने के लिए सभी विभागों द्वारा स्टॉल भी लगाए गए थे।
शासन और जनता के बीच की दूरी को कम करना रात्रि ठहराव का उद्देश्य
डीसी अजय कुमार ने कहा कि रात्रि ठहराव कार्यक्रम एक परिवर्तनकारी पहल है, जो लोकतंत्र को जमीनी स्तर तक मजबूत करता है। हरियाणा सरकार की सोच है कि अंत्योदय की भावना को केंद्र में रखते हुए प्रशासन समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे और उसकी समस्याओं का समाधान वहीं पर सुनिश्चित करे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में प्रदेश में सुशासन को मजबूती मिल रही है और रात्रि ठहराव कार्यक्रम इसी दिशा में एक सशक्त कदम है। यह न केवल समस्याओं के त्वरित समाधान का माध्यम है बल्कि लोगों को सरकारी योजनाओं से जोड़ने का भी एक सशक्त जरिया है। उन्होंने कहा कि अब कोई भी व्यक्ति सरकारी योजनाओं से वंचित नहीं रहेगा और अधिकारी लोगों के द्वार पर ही पहुंचकर लोगों की समस्याएं सुलझा रहे है, जिसके भविष्य में सकारात्मक परिणाम हमारे सामने आएंगे। इस दौरान डीसी के समक्ष बारी-बारी से गांव के लोगों की समस्याओं को रखा गया जिस पर उन्होंने अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए निर्धारित समय अवधि में समाधान के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आज पढ़ी लिखी पंचायतों से न केवल गांवों का स्वरूप बदला है, साथ ही पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण मिलने से महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा मिल रहा है।
सरकार की योजनाओं का लाभ उठाएं ग्रामीण
डीसी अजय कुमार ने कहा कि नागरिकों की समस्याओं का निर्धारित समय में निवारण करना जिला प्रशासन की प्राथमिकता है। जरूरतमंद पात्र लोगों के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार की अनेक कल्याणकारी योजनाएं हैं, जिनका लाभ पात्र लोगों को लेना चाहिए। योजना की जानकारी लेने के लिए वे संबंधित विभाग के अधिकारियों से संपर्क करें। आजकल सभी योजनाएं परिवार पहचान पत्र से जुड़ी हुई हैं। सरकार द्वारा सभी जरूरी सेवाएं ऑनलाइन की गई है, सरकार का उद्देश्य है कि पारदर्शिता के साथ जरूरतमंद और पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति को योजनाओं का लाभ मिले। उन्होंने ग्रामीणों से आह्वान किया कि वे अपने बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ खेल की गतिविधियों में भाग लेने के लिए भी प्रेरित करें।
गांव में नशे जैसी सामाजिक बुराइयों को न पनपने दें ग्रामीण
रात्रि ठहराव में डीसीपी दीपक कुमार ने ग्रामीणों से आह्वान किया कि युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति को हर हाल में रोकना है। इसके लिए प्रशासन और आमजन को मिलकर प्रयास करने होंगे। यदि गांव में किसी व्यक्ति द्वारा नशा बेचे जाने की जानकारी मिलती है तो उसकी सूचना तुरंत पुलिस या जिला प्रशासन को दें ताकि समय रहते उस पर ठोस कार्रवाई की जा सके। उन्होंने अभिभावकों से कहा कि वह भी स्वयं अपने बच्चों की निगरानी जरूर रखें, बच्चों को समझाएं कि नशा न केवल शरीर का नाश करता है बल्कि जीवन को तबाह कर देता है। नशा समाज और देश के लिए घातक है। उन्होंने कहा कि कोई भी अभिभावक अपने बच्चों को 18 साल से पहले व्हीकल चलाने के लिए न दें क्योंकि कई बार बच्चे गलतियों के कारण सड़क दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते हैं।
ये अधिकारी रहे मौजूद
रात्रि ठहराव के दौरान एसीयूटी अदिति सिंघानिया, हिपा की संयुक्त निदेशक ज्योति नागपाल, एसीपी सुखबीर, एक्सईन पंचायती राज अजय शर्मा, बीडीओ नरेश कुमार, मार्केट कमेटी के सचिव विपिन यादव, गाँव के सरपंच, पंच सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व ग्रामीण मौजूद रहे।