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फरीदाबाद (अजय वर्मा), 15 जुलाई। फरीदाबाद में सभी धार्मिक स्थलों को हटाने को लेकर नगर निगम ने उच्च न्यायालय के आदेश अपील 8519/2016 में 29 सितंबर 2009 को पारित आदेश का हवाला देते हुए। बड़खल विधानसभा के सभी धार्मिक स्थलों जैसे मस्जिद, मंदिर, गुरुद्वारे, चर्च पर हटाने को लेकर सर्वजनिक सूचना लगाई गई है। जिसमें साफ लिखा है कि उक्त तिथि के बाद किसी भी सार्वजनिक सड़क, पार्क या अन्य सार्वजनिक स्थलों पर मंदिर, चर्च, मस्जिद, गुरुद्वारा आदि के रूप में कोई भी अनाधिकृत निर्माण नहीं किया जाएगा और न ही इसकी अनुमति दी जाएगी।
दिनांक 31.01.2018 के आदेश द्वारा कार्यान्वयन की निगरानी एवं रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देशों के अनुपालन में, मामलों को प्रभावी रूप से निपटाने हेतु संबंधित उच्च न्यायालय को प्रेषित किया गया है।
उपरोक्त उच्चतम न्यायालय के आदेशों के अनुपालन में, यह निर्देशित किया जाता है कि कोई भी अनाधिकृत धार्मिक निर्माण जैसे कि स्ट्रक्चर/भवन, जो सरकारी भूमि, ग्रीन बेल्ट, सरकारी पार्क, सड़क, फुटपाथ आदि पर स्थित हैं, उन्हें तुरंत प्रभाव से स्वयं हटा लिया जाए अन्यथा, सक्षम प्राधिकारी द्वारा उन्हें विधिक कार्रवाई करते हुए तोड़-फोड़ कर हटाया जाएगा, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी संबंधित संस्था के प्रबंधन एवं अनुयायियों की होगी।
जिसके बाद नेहरू कॉलोनी के लोगों में दोबारा हड़कंप मच गया। लोग आकर मस्जिद पर आकर इक्कठा हो गए। जिसके बाद काफी लोग नगर निगम की मेयर से भी मुलाकात करने आए नगर निगम कमिश्नर के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा।
सौरव वाल्मीकि का कहना है कि अब ये कार्रवाई चिंता का विषय है। पहले कॉलोनी को हटाने का नोटिस और अब धार्मिक स्थलों को टारगेट किया जा रहा हैं। नगर निगम उच्च न्यायालय के 29/09/2009 के पारित आदेशों का हवाला दे रही हैं। जिसमें कई मुख्य वाल्मीकि मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे शामिल हैं। जबकि नेहरू कॉलोनी में जो मस्जिद है वो 60 साल से भी पुरानी हैं। जिससे लोगों को आस्था जुड़ी हुई हैं। अब ये लोग जनता की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे हैं। 2014 चुनाव से पहले ये कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
साफ दिखाई दे रहा हैं कि कुछ बड़े डीलर जो आज सत्ता में आ चुके हैं। उनकी नजर तमाम उन पुनर्वास विभाग की जमीनों पर है। जिन्हें ये हड़पना चाहते हैं। ये गरीब परिवारों को उजाड़ कर अपने घर भरना चाहते हैं।
ये हिंदू मुस्लिम करते हैं। लेकिन इनकी इन जमीनों को हड़पने की मंशा ने सभी हिन्दू मुस्लिम भाइयों को एक करने का काम किया है। अब हिन्दू मुस्लिम के नाम पर हमें ये बांट नहीं सकते। किसी भी मस्जिद, मंदिर, गुरुद्वारे की ईंट भी नहीं टूटने देंगे।