
स्वच्छ और सुंदर गुरुग्राम के लिए #IOwnGurugram पहल की शुरुआत
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 7 सितंबर। गुरुग्राम को एक स्वच्छ और सुंदर शहर बनाने तथा यहाँ की सड़कों को गड्ढा-मुक्त बनाने के लिए, #IOwnGurugram अभियान शुरू किया गया। यह पहल कंपनियों और नागरिकों द्वारा चलाया जाने वाला एक सामुदायिक अभियान है। इसका मकसद लोगों, व्यवसायों और समुदायों को शहर की भलाई के लिए सक्रिय रूप से जिम्मेदारी लेने के लिए प्रेरित करना है। समाज सेवी और इस पहल के सूत्रधार डॉ. सर्वेश तिवारी ने इस अभियान की शुरुआत की है। इसका मुख्य लक्ष्य गुरुग्राम को सभी के लिए एक स्वच्छ, बेहतर, गड्ढा-मुक्त और सुरक्षित शहर बनाना है।
डॉ. सर्वेश तिवारी ने बताया कि मिलेनियम सिटी के नाम से मशहूर गुरुग्राम कई शहरी और बुनियादी ढाँचे से जुड़ी चुनौतियों का सामना कर रहा है। अब समय आ गया है कि हम इन समस्याओं को हल करने के लिए अधिकारियों और सरकार का समर्थन करें। इस अभियान से जुड़ने, गड्ढों की शिकायत करने, या किसी अन्य नागरिक समस्या को बताने के लिए आप हमसे 8356044256 पर संपर्क कर सकते हैं।
डॉ. सर्वेश तिवारी ने बताया कि गुरुग्राम हमेशा चर्चा में रहता है, खासकर मानसून के समय जब दिल्ली-एनसीआर में इसकी समस्याओं पर सबसे ज्यादा बातें होती हैं। इन्हीं चुनौतियों को देखते हुए पीआरपी ग्रुप ने नागरिकों को जोड़कर #IOwnGurugram अभियान शुरू किया है। यह समुदाय आधारित पहल नागरिकों, कंपनियों और समाज को प्रेरित करती है कि वे शहर की सफाई और विकास की जिम्मेदारी सक्रिय रूप से निभाएँ।
डॉ. सर्वेश तिवारी ने कहा कि क्या आपने कभी सोचा है कि शहर की समस्याओं को सिर्फ सरकार या प्रशासन की जिम्मेदारी मानना कितना सही है? असल में गुरुग्राम सिर्फ एक जगह नहीं, बल्कि हमारा घर है। और घर की देखभाल की जिम्मेदारी हर सदस्य की होती है। यही सोच लेकर #IOwnGurugram अभियान की शुरुआत की गई है, ताकि नागरिक, कॉरपोरेट्स और समाज मिलकर इस शहर को बेहतर बनाने का काम करें।
अभियान की शुरुआत में पीआरपी ग्रुप के 100 से अधिक कर्मचारियों और स्थानीय नागरिकों ने एमजी रोड, गुरु द्रोणाचार्य मेट्रो स्टेशन के आसपास सफाई अभियान चलाया। सबसे पहले उन्होंने एमजी रोड पर बने खतरनाक गड्ढों को भरा, जो दुर्घटना, जाम और वाहनों को नुकसान पहुँचा रहे थे। इसके बाद सड़क और फुटपाथ की सफाई की गई और लगभग 1 टन कचरा उठाया गया। इस काम का नेतृत्व पीआरपी ग्रुप के संस्थापक और इस पहल के प्रेरक डॉ. सर्वेश तिवारी ने किया। राहगीर और स्थानीय निवासी भी जुड़े और सभी ने इस प्रयास की सराहना की। यह छोटी-सी लेकिन असरदार शुरुआत इस अभियान का असली संदेश देती है- “शिकायत नहीं, काम करना जरूरी है।”
#IOwnGurugram के संयोजक डॉ. सर्वेश तिवारी ने कहा, “गुरुग्राम सिर्फ हमारा कार्यस्थल नहीं, बल्कि हमारा घर है। जैसे हम अपने घर का ख्याल रखते हैं, वैसे ही हमें अपने शहर का भी ख्याल रखना चाहिए। #IOwnGurugram के जरिए हम सिर्फ दर्शक बने रहने के बजाय समस्या सुलझाने वाले बनना चाहते हैं। इस शहर की चुनौतियाँ हमारी हैं और अब समय आ गया है कि हम उनकी जिम्मेदारी लें। इस पहल के माध्यम से हम नागरिकों, स्थानीय प्रशासन और सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर गुरुग्राम को साफ, सुरक्षित और बेहतर बनाएँगे। सबसे अहम बात यह है कि यह पहल एक बार की गतिविधि नहीं, बल्कि लंबे समय तक चलने वाला अभियान है, जो लगातार कार्रवाई और सामूहिक जिम्मेदारी को प्रेरित करेगा।”
सिकंदरपुर निवासी और एमजी रोड स्थित चाइना क्लब रेस्टोरेंट में काम करने वाले हरीश कुमार भी इस अभियान से जुड़े। उन्होंने कहा, “मुझे खुशी है कि किसी ने इन गड्ढों को भरने की पहल की। यह बेहद खतरनाक थे और पिछले छह महीनों में मैंने यहाँ 6–7 दुर्घटनाएँ होते देखी हैं। यह काम सच में लोगों की जान बचा सकता है।”
डॉ. सर्वेश तिवारी निर्भया आंदोलन का नेतृत्व भी कर चुके हैं और निर्भया ज्योति ट्रस्ट के सचिव हैं। उन्होंने उरी अटैक में हुये शहीदों के परिवार का खर्च उठाने के साथ ही उनके बच्चों के अच्छी शिक्षा के लिए सपोर्ट कर रहे हैं। कोविड-19 महामारी के दौरान उन्होंने और उनकी टीम ने लगभग 500 प्रवासी मजदूरों को भोजन और राशन उपलब्ध कराया। जापान में फँसे सैकड़ों भारतीयों की मदद के लिए भी उन्होंने आवाज उठाई। इसके अलावा, संगठन ने 135 अनाथ बच्चों को गोद लेकर उनकी पढ़ाई का खर्च उठाया है, जब तक कि उनका परिवार आत्मनिर्भर न हो जाए।
#IOwnGurugram का असली मकसद है- गुरुग्राम को गड्ढामुक्त, साफ और सुरक्षित बनाना, और यह तभी संभव है जब नागरिक खुद जिम्मेदारी लेकर इसमें शामिल हों।