
फरीदाबाद (अजय वर्मा), 7 सितंबर। दिल्ली से सटे फरीदाबाद के बसंतपुर इलाके में आई यमुना की बाढ़ में ससुर और दामाद की डूबने के चलते बीते मंगलवार को दर्दनाक मौत हो गई थी, जिनकी लाश बीते शुक्रवार की देर शाम को बरामद किया गया। पुलिस ने फरीदाबाद की बादशाह का अस्पताल में शवों का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया है।
दामाद बंटी और ससुर सागर दोनों ही मंगलवार को घर से बाहर कुछ सामान लेने के लिए निकले थे। एक रिश्तेदार ने बताया कि बंटी की पत्नी को लगभग 20 दिन पहले ही एक बच्चा हुआ था। उसके लिए दूध लेने के लिए बंटी अपने ससुर के साथ घर से बाहर निकाला था, लेकिन अचानक से बसंतपुर इलाके में यमुना में आई बाढ़ के चलते पानी का स्तर बढ़ गया लगभग तीन-चार घंटे बाद जब बंटी और उसका ससुर अजीत घर वापस लौटने लगे तो लोगों ने उन्हें पानी के अंदर जाने से मना भी किया था, लेकिन बंटी की पत्नी और बच्चे अभी पानी में ही अपने घर में फंसे हुए थे। जिसके चलते दोनों लोगों की बात नहीं माने और वह पानी से होते हुए अपने घर के लिए चल दिए, लेकिन रास्ते में ही गहरे पानी में दोनों समा गए। जिसके चलते दोनों की मौत हो गई। बंटी के रिश्तेदार ने बताया कि दोनों की लाशों को खोजने में चौकी इंचार्ज रमेश चंद्र और उनकी टीम ने पूरा सहयोग किया।
के आई सिद्दीकी ने बताया कि यमुना में आई बाढ़ के चलते बसंतपुर इलाके में हजारों लोग इसकी चपेट में आ गए हैं। बसंतपुर इलाके में प्रॉपर्टी डीलरों ने अपने लालच के चलते अवैध कॉलोनी को यमुना की डूब क्षेत्र में काट दिया। जिसके चलते आज हजारों लोग यमुना का जल बढ़ाने के चलते हजारों लोग बेघर हो गए हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ऐसे बिल्डरों के खिलाफ भी सख्त कारवाही करें।
वहींख् इस मामले में नवीन नगर चौकी इंचार्ज रमेश चंद्र ने बताया कि यमुना में बाढ़ के चलते जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है और बढ़े जलस्तर के चलते यमुना से लगते बसंतपुर इलाके और उसके आसपास इलाकों में बाढ़ आई हुई है। बीते मंगलवार को बंटी की पत्नी ने उन्हें अपने पति और पिता की गुम होने की सूचना दी थी। जिसके बाद उन्होंने गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज कर आसपास जब लोगों से पूछताछ की और उनकी तलाश की तो पता चला कि बंटी और सागर दोनों ही यमुना के पानी में बीते मंगलवार को उतरे थे। जिन्हें उतरने से लोगों ने रोका भी था, लेकिन उन्होंने लोगों की बात नहीं मानी और वह गहरे पानी में उतर गए और पानी में समा गए। बीते शुक्रवार की देर शाम को दोनों की लाश पानी से बरामद की गई है। फिलहाल दोनों शवों का पोस्टमार्टम करा कर उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। चौकी इंचार्ज रमेश चंद्र बताया कि वह अभी तक लगभग ढाई सौ लोगों का रेस्क्यू कर चुके हैं और बंटी की पत्नी और उसका लगभग एक माह का बच्चा भी उसी पानी में फंसा हुआ था। उसे भी रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया था।