बुकिंग डॉट कॉम के नाम पर ठगी
बुकिंग डॉट कॉम का प्रतिनिधि बनकर ठगी
ऑनलाइन ढूंढा था कस्टमर केयर नंबर, ठगों के जाल में फंसे
छह बार में ट्रांसपर करवाए 93 हजार रुपये
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 7 मार्च। जरा सी चूक होते ही साइबर ठग आम आदमी को ही नहीं बल्कि उच्च शिक्षित लोगों को भी अपने जाल में फंसा लेते हैं और उनके एकाउंट से अपने एकाउंट में पैसा ट्रांसफर करवाने में एक पल की देरी भी नहीं लगाते हैं। ऐसा ही एक मामला गुरुग्राम में हुआ है। जहां पर बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता नसीरुद्दीन शाह का भाई साइबर ठगी का शिकार हो गया है। साइबर ठगों ने उनके खाते से छह बार में 93 हजार रुपये ट्रांसफर करवा लिए हैं।
भारतीय सेना से रिटायर लेफ्टिनेंट जनरल जमीरुद्दीन शाह एएमयू के वाइस चांसलर भी रह चुके हैं। वे भी बड़ी आसानी से साइबर ठगों के जाल में फंस गए। जब तक उन्हें कुछ समझ में आता तब तक वे 93 हजार रुपये गंवा चुके थे। ये 93 हजार रुपये उन्होंने एक बार में नहीं गंवाएं बल्कि साइबर ठगों ने उनसे छह बार में अपने खाते में ट्रांसफर करवाए। अपने साथ हुई ठगी का अहसास होते हुए उन्होंने बुधवार को इसकी शिकायत पुलिस में की।
पालम विहार इलाके में रहने वाले लेफ्टिनेंट जनरल (रिटा.) जमीरुद्दीन शाह ने साइबर थाना पश्चिम को दी शिकायत में कहा कि उनका एक आवास उत्तराखंड के मसूरी में भी है। इसके लिए उन्होंने बुकिंग डॉट कॉम पर खाता बनाया हुआ है। उन्हें टैक्स के रूप में एप को 9398 रुपये भरने थे। जब उन्होंने रुपये जमा करने के लिए एक मार्च को ऑनलाइन कस्टमर केयर का नंबर तलाश किया तो उनका कॉल साइबर ठगों को लग गया। साइबर ठगों ने बुकिंग डॉट कॉम का प्रतिनिधि बनकर उनसे छह बार में 93 हजार रुपये ट्रांसफर करा लिए।
इसके बाद भी रुपये नहीं आने की कहकर उनसे डेबिट कार्ड का नंबर और पिन पूछा। इस पर उन्हें संदेह हुआ। धोखाधड़ी का अहसास होने पर उन्होंने थाने में शिकायत की।
ध्यानार्थः गूगल सर्च या किसी अन्य सर्च इंजन के माध्यम से किसी भी कंपनी, संस्थान आदि का पता या नंबर ढूंढने पर ऐसी ठगी की संभवनाएं 99 फीसदी बनी रहती है। क्योंकि साइबर ठग ऐसे तरीके अपनाते हैं कि सर्च इंजन में सबसे पहले इनके नंबर आते हैं, जिससे ज्यादातर लोग इनके झांसे में आ जाते हैं।
इसलिए कभी भी किसी भी कंपनी या संस्थान का नंबर नेट पर सर्च करते हुए विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। सबसे सही तरीका तो यही है कि नेट पर कंपनी की साइट खोज कर उसमें दिए नंबरों पर संपर्क करना चाहिए और जब तक पुष्टि ना हो जाए, ऑनलाइन पेमेंटों से बचना चाहिए।



