
गणेश जी मूर्ति की परवाह किए बिना मेज पर चढ़ा बदमाश
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 18 मई। गुरुग्राम में बजरंग दल के जिलाध्यक्ष आशीष शर्मा की कल शाम कुछ गुंडों ने उनके कार्यालय में घुसकर बेरहमी से पिटाई की। जिसमें बुरी तरह से घायल शर्मा को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आशीष गुरुग्राम की बेसहारा गायों को सड़कों से हटाते हैं। जिसकी वजह से डेयरी संचालकों की आंखों में आशीष शर्मा कई दिन से खटक रहे थे। शाम को हमले से पहले कल सुबह भी बेसहारा गायों को सड़कों से हटाते वक्त डेयरी संचालकों ने आशीष वर्मा पर हमला किया था। इस हमले के दौरान एक पुलिसकर्मी से भी हमलावारों ने हाथापाई की थी। इसके बाद भी पुलिस ने आशीष शर्मा की सुरक्षा के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठाए।
आशीष शर्मा पर कल शाम करीब 4.30 बजे हुए हमले की पूरी वारदात कार्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। फुटेज में साफ नजर आ रहा है कि अशीष शर्मा कार्यालय में अपने साथियों के साथ बैठे हुए हैं। तभी कुछ युवा बदमाश वहां घुसते हैं और वहां बैठे हुए लोगों पर लाठी-डंडों से हमला कर देते हैं। वे लोग आशीष शर्मा की बेरहमी से पिटाई करते हैं। वहां पर मौजूद कार्यकर्ताओं ने जब गुंडों का विरोध किया तो उन्होंने उनके साथ भी मारपीट की। गुंडों आशीष को उन्होंने इतनी बुरी तरह पीटा कि उसके सिर से खून बहने लगा, लेकिन गुंडे फिर भी नहीं रूके। गुंडों ने कार्यालय के सामान को भी काफी नुकसान पहुंचाया। एक युवा बिना गणेश जी की मूर्ति की परवाह किए मेज पर चढ़कर आशीष वर्मा पर पूरी ताकत से लोहे की रॉड बरसाता रहा। बाद में 8-10 की संख्या में आए ये युवा बदमाश आशीष शर्मा को घसीटते हुए कार्यालय से बाहर ले जाते हैं और सड़क पर भी बेरहमी से पीटा। हमलवारों ने वहां मौजूद कार्यकर्ताओं को भी छोड़ा।
हमले में गंभीर रूप से घायल आशीष शर्मा अस्पताल में भर्ती कराया गया। आशीष शर्मा ने आरोप लगाया कि सुबह भी उस पर हमला हुआ था, लेकिन शिकायत देने के बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। दोबारा हमला होने पर पुलिस ने इस मामले में 8-10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
आशीष शर्मा ने बताया कि वह गोरक्षा कार्य से जुड़ा हुआ है और नगर निगम के साथ मिलकर सड़कों से बेसहारा गायों को हटाने का सामाजिक कार्य करता है। शनिवार को नगर निगम की टीम बादशाहपुर में अभियान चलाकर सड़कों पर घूम रही गायों को पकड़ रही थी। इसमें आशीष और उनकी टीम मदद कर रही थी। आरोप है कि इसी दौरान आशीष पर हमला किया गया, जिसमें वे मामूली रूप से घायल हुए थे। हमलावरों ने एक पुलिस के जवान के साथ भी हाथापाई की थी।
आशीष शर्मा ने आरोप लगाया कि शनिवार सुबह हुए हमले की लिखित शिकायत बादशाहपुर थाने में दी गई थी। जिसमें कहा गया था कि कुछ असामाजिक तत्व अवैध रूप से डेयरियां चलाते हैं, जो उनके सामाजिक कार्य को गलत मानते हैं। इसी के चलते यह सुनियोजित हमला किया गया। जानमाल का खतरा जताते हुए पुलिस से कार्रवाई की गुहार लगाई गई थी। मगर, पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
आशीष शर्मा के अनुसार शाम करीब साढ़े चार बजे वह अपने कार्यालय में कुछ कार्यकर्ता के साथ बैठा था। इसी दौरान आठ से दस हमलावर कार्यालय में घुस आए। उनके हाथों में लाठी, डंडे और अन्य हथियार थे। हमलावरों ने गालियां देते हुए उन पर ताबड़तोड़ वार शुरू कर दिया। कुछ ही मिनटों में वह लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़े। कार्यालय में मौजूद अन्य लोगों ने शोर मचाया, जिसके बाद हमलावरों ने उन्हें भी पीटा।
सीसीटीवी में हमलावर यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि हमारी वीडियो वायरल करेगा क्या! वीडियो और फोटो वायरल करने का मजा चखाते हैं! इसको आज छोड़ेंगे नहीं। सीसीटीवी फुटेज में गंदी-गंदी गालियां भी साफ सुनाई दे रही हैं। हमले के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और आशीष को अस्पताल पहुंचाया।
गुरुग्राम में नगर निगम द्वारा पशु पकड़ो अभियान चलाया गया तो इस दौरान भी आशीष के साथ मारपीट की गई थी। इस पर जिलाध्यक्ष ने कहा था कि वे किसी से नहीं डरते।
राष्ट्रीय बजरंग दल के स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
वहीं, बादशाहपुर थाना पुलिस ने शनिवार रात को ही राष्ट्रीय आशीष शर्मा की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली। जिसमें दो मोनू नाम के लड़के, एक नवीन और चार-पांच अन्य अज्ञात आरोपियों को नामजद किया गया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।