
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 21 जुलाई। गुरुग्राम में एक दिल दहलाने वाली खौफनाक वारदात सामने आई है। यहां पर एक किशोर ने 7 साल के मासूम को बड़ी ही बेदर्दी से मौत के घाट उतार दिया है। मासूम को मारने के बाद उसकी लाश को केएमपी एक्सप्रेस वे के किनारे पर फेंक दिया और उसके परिजनों के साथ उसे ढूंढने का भी नाटक करता रहा। मामले का खुलासा होने पर पुलिस ने आरोपी किशोर को गिरफ्तार कर लिया है।
फतेहपुर गांव के सात वर्षीय आशीष की अपहरण और मर्डर के मामले में खौफनाक खुलासा हुआ है। आरोपी बच्चे को बहला फुसला कर अपने साथ ले गया और सुनसान जगह पर ले जाकर ताबड़तोड़ चाकू मारने शुरू कर दिए। मौत होने तक आरोपी बच्चे को चाकू मारता रहा। बच्चे की हत्या निर्मम तरीके से की गई है और उसके शरीर पर चाकू से गोदने के करीब 16 निशान मिले हैं।
हत्या के बाद आरोपी किशोर खून से सनी लाश को कुंडली-मानेसर-पलवल (KMP) एक्सप्रेस-वे के पास छोड़कर वापस कमरे पर आ गया। आशीष जब काफी देर से घर नहीं लौट तो मां माया उसके बारे में पूछने आई तो किशोर उसके बारे में जानकारी होने से इंकार कर दिया। इसके बाद आरोपी किशोर आशीष की मां के साथ उसे ढूंढने का पूरी रात नाटक भी किया। पुलिस को कॉल भी किया गया।
पिता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि दो महीने पहले उसका मोबाइल चोरी हो गया था। जिसके बारे में आशीष ने उसे बताया था कि आरोपी किशोर उसके फोन को चोरी करके ले गया है। उसके बाद आरोपी ने एक बार आशीष को खिलौना पिस्तौल दिखाकर डराया भी था। करीब 15 दिन बाद आरोपी ने मोबाइल को उनके घर पर फैंक दिया था। इसके बाद बात आई गई हो गई।
कलवाड़ी गांव के लोगों ने रविवार को केएमपी एक्सप्रेस-वे के किनारे लाश देखी और पुलिस को सूचित किया। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। आशीष के पिता कमल मूल रूप से राजस्थान के अलवर जिले के पलकारी गांव का रहने वाले है, लेकिन वर्तमान में गांव फतेहपुर में अमर सिंह के मकान में किराए पर रहते हैं। कमल के मुताबिक, उसके परिवार में बेटे आशीष के अलावा पत्नी माया और एक छोटी बेटी अनुष्का है। वह और उसकी पत्नी दोनों प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं। बच्चों की देखभाल के चलते पत्नी दिन की शिफ्ट में, जबकि वह नाइट शिफ्ट में काम करता है।
शनिवार सुबह पत्नी दोनों बच्चों को कमल के पास छोड़कर नौकरी पर गई थीं। इसके बाद जब शाम को वह घर लौटीं तो देखा कि आशीष घर पर नहीं था। करीब दो घंटे तक माता-पिता बच्चे की तलाश करते रहे, लेकिन वह नहीं मिला। परिजनों ने बताया है कि आशीष अक्सर पड़ोस में रहने वाले बच्चों के साथ खेलने चला जाता था और कई-कई घंटों तक गायब रहता था। पड़ोस के एक युवक के साथ भी उसका लगाव था। जब उस युवक से पूछा तो उसने बताया कि आशीष उसके पास नहीं आया।
इसके बाद पिता नाइट शिफ्ट में ड्यूटी पर चले गए। इसके बाद जब सुबह वह ड्यूटी से लौटे तो देखा कि आशीष अब तक घर नहीं लौटा था। इसके बाद उन्होंने बच्चे की फिर से तलाश शुरू की। इसके साथ ही रविवार सुबह ही थाने में बच्चे की गुमशुदगी की शिकायत भी दी।
राहगीरों ने कल कलवाड़ी गांव के पास केएमपी की ग्रीन बेल्ट में एक बच्चे की लाश पड़ी देखी। इसकी सूचना पुलिस कंट्रोल रूम में दी। सूचना पाकर तावडू थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। यह क्षेत्र बिलासपुर थाने का था, इसलिए मौके पर वहां की पुलिस को बुलाया गया। इसके बाद बिलासपुर थाना पुलिस ने उसकी पहचान के लिए माता-पिता को सूचना दी। सूचना के बाद माता-पिता मौके पर पहुंचे और उन्होंने अपने बच्चे को पहचान लिया। आशीष के परिवार ने रविवार देर शाम पुलिस को शिकायत दी, जिसमें पड़ोस के लड़के पर हत्या करने का आरोप लगाया। पिता कमल ने बिताया कि दो महीने पहले उसका मोबाइल चोरी हो गया था। तब बेटे ने इसी लड़के पर शक जताया था कि उसने आपका मोबाइल चोरी किया है। इस बात को लेकर ही लड़का उसके बेटे से रंजिश रख रहा था। आरोपी लड़के ने ही हत्या की है। लाश मिलने के बाद से वह फरार भी है।
बिलासपुर थाने के SHO दिलबाग ने बताया कि लाश के पास से एक चाकू मिला है, जिसे फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की जांच जारी है।