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करनाल/फरीदाबाद अजय वर्मा, 17 अगस्त। हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेणु भाटिया ने भिवानी में महिला शिक्षिका मनीषा हत्याकांड पर गहरा दुख और आक्रोश जताया है। उन्होंने कहा, “भिवानी की यह घटना बेहद शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे अधिक घटिया और शर्मनाक घटना कोई और नहीं हो सकती। जिस तरह से एक महिला शिक्षिका की हत्या की गई है, वह पूरे समाज को झकझोर देने वाली है।” इस बीच, महिला आयोग ने मनीषा हत्याकांड पर पुलिस से कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने साथ ही आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी करने को भी कहा है।
करनाल में संवादाताओं से बातचीत में रेणु भाटिया ने बताया कि वे लगातार पुलिस प्रशासन के संपर्क में हैं। “नए एसपी के साथ-साथ पूर्व एसपी से भी मेरी बातचीत हुई है। मुझे जानकारी मिली है कि वहां के चौकीदार और स्कूल प्रिंसिपल को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। हालांकि असली गुनहगार अब भी फरार हैं। महिला आयोग ने पुलिस को पत्र लिखकर 24 घंटे के भीतर मामले को सुलझाने के निर्देश दिए हैं, क्योंकि यह बेटियों की सुरक्षा से जुड़ा गंभीर विषय है।”
उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि “जब भी बेटियों के साथ ऐसी कोई घटना होती है, तो हमें एकजुट होकर खड़े होना चाहिए। ट्रोलिंग और आपसी निंदा से कुछ हासिल नहीं होगा। बेटियां हम सबकी साझी हैं, उनकी सुरक्षा हम सभी की जिम्मेदारी है।”
रेणु भाटिया ने बताया कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है और कुछ अधिकारियों को हटाने के आदेश दिए हैं। “महिला आयोग शुरू से ही इस मामले को गंभीरता से ले रहा है और हम सख्ती से काम कर रहे हैं। बहुत जल्द आरोपी सलाखों के पीछे होंगे और उन्हें उनके अपराध की सजा मिलेगी।”
रेणु भाटिया ने यह भी कहा कि वे स्वयं भिवानी जाकर पीड़ित परिवार से मिलेंगी। “मैं असली रिपोर्ट का इंतजार कर रही हूं, इसलिए अब तक कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया था। उम्मीद है कि कल दोपहर तक या परसों मैं भिवानी जाकर परिवार से मिलूंगी। मेरी पूरी सहानुभूति उस परिवार के साथ है।” अंत में उन्होंने कहा, “बेटियों की इज्जत करना सीखें, उनका मजाक उड़ाना बंद करें। समाज तभी सुरक्षित होगा जब हम सब मिलकर बेटियों के सम्मान और सुरक्षा के लिए एकजुट होकर खड़े होंगे।”
इस बीच, महिला आयोग ने आज शाम भिवानी के पुलिस अधीक्षक का मेल कर इस पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने अपने मेल में आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी, जांच में पारदर्शिता और पीड़ित परिवार को न्याय की बात कहते हुए पुलिस से इस मामले में त्वरित व प्रभावी कार्रवाई कर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने की उपेक्षा की है।