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साइबर ठगी का मामला पांच साल पहले का
पीड़ित महिला को व्हाट्सएप ग्रुप जोड़कर की गई थी ठगी
गुरुग्राम, 14 फरवरी। निवेश के नाम पर व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़कर सहायक मैनेजर के पद कार्यरत महिला से 4 लाख 35 हजार रुपए के मामले में पुलिस ने दिल्ली के निजी बैंक प्रबंध व खातेदार को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों को पुलिस रिमांड लिया गया है। मामला पांच साल पहले का है।
जानकारी के अनुसार सेक्टर-54 में रहने वाली 49 वर्षीय महिला एक निजी कंपनी में सहायक मैनेजर के पद पर काम करती है। साइबर ठगों द्वारा निवेश के नाम पर व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़कर उससे लगभग चार करोड़ 35 लाख रुपये की ठगी की गई थी। मोटे मुनाफे का लालच देकर ठगों ने उनसे समय-समय पर पैसा लिया। साइबर ईस्ट थाना पुलिस ने इस मामले में दिल्ली के महेन्द्र बाग, रानीबाग के पते पर खुले खाता धारक अविनाश शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी का बैंक खाता खुलवाने में मदद करने वाले कोटक महिंद्रा बैंक के तत्कालीन मैनेजर आदित्य को भी गिरफ्तार कर लिया गया। मामले की जांच को लेकर पुलिस ने दोनों आरोपियों का तीन दिन का रिमांड मांगा। अदालत की ओर से एक दिन का रिमांड मिलने पर पुलिस दोनों को लेकर दिल्ली में छापेमारी कर रही है। साइबर पुलिस के अनुसार तीसरे आरोपी की तलाश में दिल्ली में छापेमारी कर रही है। इस प्रकरण में जांच में जुटी पुलिस इससे पहले मथुरा के रहने वाले यतीन पाठक, राहुल सिंह, मुनिश कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। इनकी ओर से फर्जी सिम उपलब्ध कराया गया था। इस मामले में तीन आरोपी भोंडसी जेल में हैं। साइबर ठगों को बैंक खाता उपलब्ध कराने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान नीरज निवासी गोल्ली जिला करनाल के रूप में हुई है। उपरोक्त अभियोग में अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। 94 लाख रुपयों की सुपुर्दगी के आदेश भी हो चुके हैं। गुरुग्राम साइबर एसीपी प्रियांशु दीवान ने बताया कि महिला से हुई ठगी के मामले में खाताधारक व बैंक मैनेजर सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस आरोपियों को रिमांड पर लेकर छानबीन कर रही है।