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गुरुग्राम, 25 अगस्त। गुरुग्राम पुलिस ने मनी लॉन्ड्रिंग के केस की धमकी देते हुए डिजिटल अरेस्ट करके ठगी करने के मामले में 1 बैंक कर्मी समेत खाताधारक व खाता उपलब्ध कराने वाले 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार एक व्यक्ति ने 22 जुलाई को पुलिस थाना साइबर अपराध दक्षिण में एक लिखित शिकायत के माध्यम से बतलाया कि उसके पास एक फोन कॉल आया और फोन करने वाले ने स्वयं को Dy. SP मुंबई पुलिस बताया और मेरा नाम मनी लॉन्ड्रिंग केस में बताकर कहा कि उसका गिरफ्तारी का वारंट निकाला गया है, फिर उसको डराते हुए डिजिटल अरेस्ट करके रुपये ट्रांसफर करवा लिए गए। पुलिस अभियोग अंकित किया गया।
पुलिस ने इस मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान अर्जुन (उम्र 31 वर्ष, शिक्षा 12वी) निवासी ओप बंधन पार्टी बडोदरा गुजरात, गोहिल अजय भाई (उम्र 25 वर्ष, शिक्षा वाणिज्य में स्नातक) निवासी परबाडी जिला बडोदरा (गुजरात) और संग्राम सिंह (उम्र 33 वर्ष, शिक्षा BCA ) निवासी रणजीत नगर, जिला बड़ोदरा (गुजरात) के रूप में हुई। आरोपियों को शनिवार को बड़ोदरा न्यायालय में पेश करके 72 घंटे के राहदारी रिमांड पर लिया गया।
पुलिस पूछताछ में पता चला कि ठगी गई राशि में से 4 लाख 30 हजार रुपये अर्जुन के बैंक खाते में ट्रांसफर हुए थे। अर्जुन ने यह बैंक खाता किसी अन्य आरोपी को खाते में आने वाली राशि के 1% कमीशन पर बेचा था। इसी प्रकार गोहिल अजय के बैंक खाते में ठगी गई राशि में से 17 लाख रुपये ट्रांसफर हुए थे। गोहिल अजय ने यह बैंक खाता संग्राम को बेचा था व संग्राम (बंधन बैंक बडोदरा शाखा, गुजरात में सेल्समेन के पद पर कार्य करता है) ने यह बैंक खाता किसी अन्य व्यक्ति को बेचा था। बैंक खाते में आई हुई 17 लाख रुपये की राशि में से 7 लाख रुपये गोहिल अजय ने और 5 लाख रुपये संग्राम सिंह ने लिए थे। इसके अलावा 5 लाख रुपये अन्य व्यक्ति को देने पाए गए।
पुलिस द्वारा आरोपियों को 72 घंटे के राहदारी रिमांड के बाद आज अदालत में पेश करके न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। अभियोग का अनुसन्धान जारी है।